यकृत को स्वस्थ बनाए रखने के उपायः      Publish Date : 02/10/2025

                      यकृत को स्वस्थ बनाए रखने के उपाय

                                                                                                                                                                    डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

यकृत के स्वास्थ्यके लिएः

  • मीठे के सेवन को कम करें।
  • प्रतिदिन व्यायाम करें।
  • विषाक्त वसा के प्रयोग से बचें।
  • शराब आदि के नशे को अलविदा कहें।
  • कैफीन के उपयोग को नियंत्रित करें।

                                                                              

अपने वजन को मेंटेन करें: मोटापे और अधिक वजन के चलते यकृत रोगों, विशष रूप से गैर- अल्कोहॉलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।

नियमित रूप से व्यायाम करें: नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि, जैसे पैदल चलना, तैरना और साइकिल चलाना आदि स्वस्थ वजन को बनाए रखने में सहायक होते हैं। यह हमारे चयापचय (मेटाबॉलिज्म) में सुधार करता है और हमारे यकृत में फैट बनने की क्रिया को भी मन्द करता है।

वजन को धीरे-धीरे कम करें: अपने वजन को धीरे-धीरे कम करने का लक्ष्य निर्धारित करें। बहुत तेजी के साथ वजन कम करने से लीवर पर दबाव पड़ सकता है, अतः आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने वजन को धीरे-धीरे ही कम करने का प्रयास करें।

शराब के सेवन को सीमित करें: यदि आपको शराब पीना पसंद है तो आप इसे मध्यम मात्रा में पीने के दिशा-निर्देशों का पालन करें। इसके अन्तर्गत महिलाओं के लिए प्रतिदिन एक कप और पुरूषों के लिए दो कप से अधिक सेवन करने की अनुमति नहीं है।

शराब-मुक्त दिनों पर विचार करें: सप्ताह के दौरान शराब-मुक्त दिनों को निर्धारित करने से आपके यकृत को स्वतः ही ठीक होने और डेमेज को रिपेयर करने का समय प्राप्त होता है। 

हेपेटाइटिस का टीका लगवाएं

हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाएं: हेपेटाइटिस-सी मुख्य रूप से रक्त का सम्पर्क रक्त से होने पर फैलता है और यदि इसका उपचार न किया जाए तो लीवर के क्रॉनिक रोग का कारण भी बन सकता है। अगर आपको अनुभव हो रहा है कि आप जोखिम में हैं तो आप इसकी अविलम्ब जांच कराएं (जैसे कि आईवी ड्रग्स के उपयोग का इतिहहास, असुरक्षित यौन सम्बन्ध या फिर वर्ष 1992 से पूर्व का रक्त आधान) आदि।

सुरक्षित स्वच्छता का अभ्यासः सुई या निजी सामान जैसे रेजर आदि को साझा करने से बचें और इसके अतिरिक्त कई सहयोगियों के साथ यौन सम्बन्ध स्थापित करने से बचें।

दवाओं के प्रति सतर्कता बरतें:

कुछ दवाएं: कुछ दवाईयाँ, चाहे वह डॉक्टर के पर्चे से मिलने वाली हों अथव बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली दवाईयाँ हों, यह लिवर के लिए हानिकारक हो सकती हैं। नई दवाईयों का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना उचित होता है। 

स्वयं दवा लेने से बचें: हमेशा स्वास्थ्य प्रदाता सेवा प्रदाता के द्वारा निर्देशित दवाओं का ही प्रयोग करना चाहिए और एसिटामिनोफेन (टालेनॉन) जैसी ओवर-दकाउंटर दवाओं के प्रति सतर्क रहें। इस प्रकार दवाएं उच्च खुराक में आपके लिवर को हानि पहुँचा सकती है।

लिवर विषाक्तता की जांच करवाएं: कुछ दवाएँ, विशेष रूप से कुछ एंटीबायोटिक्स, एंटी-इंफ्लेमेंटरी दवाएँ और एंटीफंगल उपचार, लिवर को नुकसान भी पहुँचा सकती है। अतः अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जिनका सेवन आप कर रहें हैं।

सभी विकल्पों पर विचार करें: यदि आप सम्भावित यकृत विषाक्तता के सम्बन्ध में चिंतित हैं तो दर्द या सूजन के जैसी स्थितियों के प्रबन्धन के लिए सुरक्षित विकल्पों के सम्बन्ध में अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से खुलकर बात करें।

विषाक्त पदार्थों और हानिकारक रसायनों से बचें:

                                                              

हालांकि, आपका यकृत हानिकारक पदार्थों को विषमुक्त करने के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन विषाक्त पदार्थों, रसायनों और प्रदूषकों के सम्पर्क में लम्बे समय तक सम्पर्क में रहने से समय के साथ ही इसका कार्य बाधित हो सकता है।

सफाई उत्पादों का उपयोग सावधानीपूर्वक करें: घरेलू रसायनों और क्लीनर आदि में हानिकारक पदार्थ हो सकते हैं, जिन्हें लिवर को संसाधित करना होता है। ऐसे उत्पादों का उपयोग सदैव तरह से और हवादार क्षेत्रों में ही करना चाहिए और आवश्यक हो तो दस्तानों को उपयोग भी करना चाहिए।

तनाव का प्रबन्धन करें: क्रॉनिक तनाव आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और यकृत के कार्य को भी प्रभावित कर सकता है। अत्याधिक तनाव और सूजन अस्वास्थ्यकर जीवनशैली विकल्पों, जैसे कि अधिक खाना या शराब पीना, को जन्म दे सकता है, जो कि आपके यकृत को भी प्रभावित कर सकता है।

विश्राम तकनीक का अभ्यास करें: योग, ध्यान और गहरी साँस लेने के व्यायाम या प्रकृति के साथ समय व्यतीत करने के जैसी तनाव-मुक्त गतिविधियों में शामिल हैं। यह अभ्यास कोर्टिसोल के स्तर को कम कर सकते हैं और अपने समग्र कल्याण को बढ़ावा दे सकती है।

पर्याप्त नींद लें: लिवर की रिपेयर और समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद लेना आवश्यक है। अतः अपने शरीर और यकृत को रिपेयर होने के लिए प्रतिदिन 7-9 घंटे की नींद लेना सुनिश्चित् करें।

नियमित रूप से व्यायाम करते रहें: यकृत के स्वास्थ्य के लिए विभिन्न शारीरिक गतिविधियों को अपनाना आवश्यक है, क्योंकि यह हमारे शरीर का स्वस्थ्य वजन बनाएं रखने में भी सहायता करती है, शरीर में वसा के जमाव को कम करती हैं और रक्तसंचार को बढ़ाती हैं। इससे हमारा शरीर और यकृत भी स्वस्थ बने रहते हैं।

प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करना चाहिएः हल्के व्यायाम जैसे पैदल चलना, तैरना और साइकिल चलाना आदि के जैसी गतिविधियों के माध्यम से आपके यकृत को सहायता प्राप्त होती है।

शक्ति प्रशिक्षणः एक सप्ताह में कई बार भार प्रशिक्षण व्यायाम को शामिल करने से माँसपेशियों की क्षमता में सुधार, चयापचय की सक्रियता और वजन प्रबन्धन में सहायता प्राप्त हो सकती है।

चीनी और नमक के सेवन को सीमित करें:

अधिक चीनी और नमक का सेवन करने से आपके यकृत को नुकसान पहँुचा सकते हैं, विशेष रूप से ऐसे लोग, जिनमें लिवर की समस्या पहले से जूझ रहे हैं। अधिक चीनी को सेवन करने फैटी लिवर की समस्या से सम्बन्धित होता है, तो अधिक मात्रा में नमक का सेवन करना द्रव प्रतिधारण का कारण बन सकता है जो कि लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।

मीठे स्नेक्स एवं पेय पदार्थों का सेवन कम करें: सोडा, कैण्डी तथा अन्य चीनी की उच्च मात्रा वाले अन्य खाद्य पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें, क्योंकि यह आपके यकृत के अन्दर वसा के भण्ड़ार में वृद्वि कर सकते हैं।

नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें: उच्च स्तरीय सोडियम आपके लिवर को हानि पहुँचा सकता है और सिरोसिस के जैसी समस्या को उत्पन्न या और खराब कर सकता है। ऐसे में आप नमक के स्थान पर विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग कर सकते हैं।

टिप्स फॉर हैल्दी लीवर

  • हैल्दी वेट ऑफ बॉडी।
  • रेग्यूलर एक्सरसाइज।
  • कैस्टर ऑयल पैक्स।
  • बैलेन्सड ब्लड शुगर लेवल।
  • रिडयूसड द टॉक्सिक एक्सपोर्स।
  • बिटर फूड्स।
  • प्रोसेस्ड इमोशन्स।
  • टीयूडीसीए।
  • ग्रीन टी।
  • पॉप डेली।
  • प्रोबाइटिक्स।

लीवर को साफ रखने वाले कुछ खाद्य पदार्थ:

स्टे फिट, स्टे हैल्दी, इन्जोए द लाइफ

  • गाजर।
  • ग्रीन टी।
  • ब्रोकोली।
  • सेब।
  • पात गोभी।
  • पालक।
  • अखरोट।
  • नींबू।
  • चकुन्दर।
  • ऐवोकाडो।
  • लहसुन।
  • हल्दी।
  • फूलगोभी।
  • ग्रेपफ्रूट।

Some Foods for a Healthy Liver

Garlic: Boots detox the enzymes and reduced fat blub.

Coconut Oil: Quick energy and less strain on liver.

Beetroot: Antioxidants, Improve the bloodflow.

Nuts (Walnuts/Almonds): Have Vitamin E and protect the liver cells.

Oats: Fiber Lowers cholesterol and Sugar strain.

Lemon Juice: Boots bile flow and detox the liver.

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।