
विटामिन K के लाभ और उसके प्रमुख स्रोत Publish Date : 24/09/2025
विटामिन K के लाभ और उसके प्रमुख स्रोत
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
रक्त का जमना, आंतरिक रक्तस्राव, बिलियरी अब्स्ट्रशन (Billary Obstruction), ऑस्टियोपोरेसिस, अत्याधिक मासिक धर्म रक्त का प्रवाह और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द का समाधान/राहत जैसी समस्याओं को रोकने में विटामिन के महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन हड्डियों के चयापचय, धमनियों के कठोर होने (एथेरोस्क्लेरोसिस) को रोकने, नर्वस सिंगलिंग में सुधार करने और गुर्दे की पथरी से छुटकारा पाने के लिए विटामिन के बहुत आवश्यक है।
विटामिन के हमारे शरीर में रक्त को जमने रोकने के अलावा पूरे शरीर में कैल्शियम को प्रसारित करने में भी सहायता प्रदान करता है, जो कि रक्त के जमने से रोककर उसे नियमित करता है। इसके अतिरिक्त यह विटामिन मैलोडिरूप्लास्टिक सिंड्रोम नामक रक्त विकार को दूर कर रक्त को बेहतर बनाने में सहायता प्रदान करता है।
इसके अतिरिक्त विटामिन के हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक होता है। यह हमारी धमनियों में खनिजों के निर्माण को रोकने और निम्न रक्तचॉप की समस्या को भी नियंत्रित करता है। इससे ह्दय को पूरे शरीर में रक्त के परिसंचरण में सहायता प्राप्त होती है।
विटामिन के हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार कर हड्डियों के फ्रेक्चर्स के खतरे को कम करने में मदद करता है। हड्डियों का निर्माण करने में हमारा शरीर कैल्शियम का उपयोग करता है और कैल्शियम को हड्डियों तक पहुँचाने के लिए शरीर को विटामिन के की आवशयकता होती है। विटामिन के पेट, कोलोन (Colon), लीवर, Mouth, प्रोटेस्ट और नाक आदि के कैंसर के विरूद्व लड़ने में शरीर की सहायता करता है।
विटामिन के प्राप्त करने से शरीर में इंन्सुलिन की प्रक्रिया को बढाने में सहायता प्राप्त होती है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल नियंत्रित बना रहता है और डायबिटीज के रोग की सम्भावना को कम करता है।
विटामिन के मानव मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स की क्षति के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से भी बचाता है। ऑक्सीडेटिव तनाव मस्तिष्क की कोशिकाओं को हानि पहुँचा सकता है और इससे अल्जाईमर रोग एवं इसके कारण होने वाली पार्किन्संस के जैसी परेशानियों भी बचाव करता है।
विटामिन के मुख्य रूप से K1 और K2 नामक दो प्रकार का होता है।
विटामिन K के मुख्य स्रोत-
विटामिन K के मुख्य स्रोत और सप्लीमेंट्स शामिल होते हैं, जिनमें से कुछ का विवरण लेख आगे दिया जा रहा हैः
1. आहार स्रोत
हरी पत्तेदार सब्जियाँ: जैसे पालक, ब्रोकोली और केल आदि।
गोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्सः यह सब्जियाँ विटामिन K से भरपूर होती हैं।
- मछली, मांस और अंडे आदि भी विटामिन K के अच्छे स्रोत होते हैं।
सोया तेल एवं कैनोला तेलः इन तेलों में विटामिन K अच्छी मात्रा में उपलब्ध होता है।
गढ़े हुए खाद्य पदार्थः जैसे कि गढ़े हुए अनाज और जूस आदि जो कि विटामिन K के समृद्व स्रोत होते हैं।
विटामिन K की कमी से होने वाले नुकसान-
विटामिन K की कमी के चलते अनेक स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी हो सकती हैं, जैसे कि-
रक्तस्राव की समस्याः विटामिन K कमी होने से रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया में मन्दता आ सकती है, जिसके चलते मामूली चोटों के कारण भी अधिक रक्त स्राव की समस्या हो सकती है।
हड्डियों की कमजोरीः हमारे शरीर में हड्डियों के निर्माण एवं उनकी मजबूती में विटामिन K एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विटामिन K की प्रतिदिन उचित खुराकः
FSSAI के द्वारा विटामिन K की दैनिक खुराक/डोज के सम्बन्ध में एक रिपोर्ट जारी की गई है। हमारे शरी के लिए विटामिन K एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो रक्त के थक्के बनने और हड्डियों के स्वस्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन K वसा में घुलनशील होता है जो कि मुख्ष् रूप से रक्त के थक्के बनने, हड्डियों के स्वास्थ्य और हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण करने के लिए आवश्यक होता है।
विटामिन K की कमी के चलते रक्तस्राव और हड्डियों में कमजोरी की समस्या सकती है। इस प्रकार से यह आवश्यक है कि समस्त आयु समूहों के लोगों में इस विटामिन की पर्याप्त मात्रा के सेवन को सुनिश्चित् किया जाना चाहिए।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।