टॉयलेट में मोबाइल चलाना गम्भीर बीमारी      Publish Date : 17/09/2025

                 टॉयलेट में मोबाइल चलाना गम्भीर बीमारी

                                                                                                                                                                          डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

शौचालय में बैठकर मोबाइल चलाने वालों लोगों को एक बेहद दर्द और असुविधा प्रदान करने वाला रोग हो सकता है। इस सम्बन्ध में किए गए एक नए अध्ययन के अनुसार, शौचालय में बैठकर मोबाइल चलाने गम्भीर रोग बवासीर के होने के खतरे में 46 फीसदी बढ़ोत्तरी हो जाती है। 

शौचालय में बैठकर मोबाइल चलाने वाले लोगों को बेहद दर्द और असुविधा प्रदान वाला यह रोग हो सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, शौचालय में बैठकर मोबाइल चलाने से बवासीर होने के खतरा 46 फीसदी तक बढ़ जाता है। 

                                                                 

इस अध्ययन को करने के लिए शोधकर्ताओं ने बेथ इस्राइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर (बीआईडीएमसी) में आए 125 पुरुषों और महिलाओं से स्मार्टफोन के इस्तेमाल के बारे में पूछा था। उत्तर देने वालों में से 66 फीसदी ने कहा कि उन्होंने शौचालय में स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया और बाकी ने नहीं किया।

जांच में पता चला कि शौचालय में स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करने वालों में केवल 39 फीसदी को बवासीर था। वहीं, शौचालय में बैठकर मोबाइल चलाने वालों में बवासीर होने की दर 51 फीसदी थी।

शोधकर्ताओं के अनुसार, आंकड़ों के माध्यम से पता चला है कि उम्र, लिंग, बीएमआई, व्यायाम, जोर लगाने और फाइबर के सेवन जैसे कारकों को हटाने के बाद भी शौचालय में स्मार्टफोन का उपयोग बवासीर के जोखिम में 46 फीसदी तक बढ़ा सकता है।

इस अध्ययन में पाया गया कि स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करने वालों की तुलना में शौचालय में काफी अधिक समय बिताते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार,  अधिक समय तक शौचालय में बैठने से बवासीर के गद्दों पर दबाव बढ़ने की संभावना हो सकती है।

                                                                     

शोधकर्ताओं का कहना है कि टॉयलेट सीट पर बिना सहारे बैठे रहने से पेल्विक फ्लोर पर दबाव बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसा होने से बवासीर के कुशन फूल सकते हैं और गंभीर बवासीर बन सकता है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।