पेट से जुड़ी परेशानियों का हल      Publish Date : 03/09/2025

                        पेट से जुड़ी परेशानियों का हल

                                                                                                                                                       डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

Gut Health: पेट से जुड़ी रोज की दिक्कतें आसानी से हो जाएंगी दूर, डॉक्टर ने बताए इसके कारगर उपाय-

पाचन तंत्र सीधा हमारी इम्युनिटी, मानसिक और हृदय स्वास्थ्य से जुड़ा है। अगर पेट बार-बार खराब रहता है तो शरीर में जरूरी पोषण सही से अवशोषित नहीं हो पाता, जिससे कमजोरी, थकान और बार-बार बीमार पड़ने जैसी दिक्कतें सामने आती हैं।

Digestive Health Tips: हम सभी बचपन से ही एक कहावत सुनते आ रहे हैं, ‘‘पेट ठीक तो शरीर स्वस्थ’’, यानी कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पाचन स्वास्थ्य का ठीक रहना बहुत जरूरी हो जाता है। पर क्या वास्तव में इस तरफ हमारा ध्यान जाता है? क्या अपने पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए हम सभी गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं?

पेट से जुड़ी समस्याएं आजकल इतनी आम हो गई हैं कि हर घर में कोई न कोई व्यक्ति इससे परेशान नजर आता है। चाहे छोटे बच्चे हों, युवा हों या बुजुर्ग, सभी उम्र के लोग कभी न कभी गैस-एसिडिटी, कब्ज, डायरिया, पेट दर्द या पाचन की दिक्कत का सामना करते ही हैं। लाइफस्टाइल और खानपान की गलतियों के कारण यह खतरा तेजी से बढ़ रहा है।

                                                                

शोध बताते हैं कि पाचन तंत्र सीधा हमारी इम्युनिटी, मानसिक और हृदय स्वास्थ्य से जुड़ा है। अगर पेट बार-बार खराब रहता है तो शरीर में जरूरी पोषक तत्व सही से अवशोषित नहीं हो पाते, जिससे कमजोरी, थकान और बार-बार बीमार पड़ने जैसी दिक्कतें सामने आती हैं। इतना ही नहीं, लंबे समय तक इसे अनदेखी करने से अल्सर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, फैटी लिवर और यहां तक कि पेट का कैंसर होने का भी खतरा बढ़ सकता है।

हालांकि, अब आपको इसके लिए अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है, स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ0 दिव्यांशु सेंगर ने पेट से जुड़ी रोज की दिक्कतों के दूर करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं जिसका पालन करके आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं।

पहले जान लीजिए पाचन की दिक्कतें होती क्यों हैं?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, पेट से जुड़ी समस्याओं का सबसे बड़ा कारण है हमारी गड़बड़ जीवनशैली। आजकल लोग ज्यादातर समय बैठे रहते हैं इससे शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं। आहार में गड़बड़ी जैसे फास्ट फूड या तैलीय- मसालेदार खाना लोगों की पहली पसंद बन गया है। इसके अलावा तनाव, नींद की कमी और अनियमित खानपान की समस्या भी लोगों में देखी जा रही हैं। ये सभी मिलकर आपके पाचन स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रही हैं।

इन समस्याओं से बचाव कैसे किया जा सकता है?

क्या कहते हैं डॉक्टर?

पेट से जुड़ी समस्याओं से बचाव के लिए डॉ0 सेंगर ने सात ऐसी गजब की जानकारियां साझा की हैं, जो न सिर्फ आपके पेट को ठीक रखने में मदद कर सकती हैं बल्कि इससे संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ मिल सकता है। डॉ0 सेंगर बताते हैं, आंतों की सेहत को ठीक रखना अच्छी सेहत का सबसे जरूरी नींव है।

अगर आपकी आंतें स्वस्थ हैं तो इससे मूड, पाचन, नींद, भूख तो ठीक रहता ही है साथ ही शरीर में इंफ्लेमेशन का खतरा भी कम होता है जो तमाम बीमारियों की जड़ है।

पाचन तंत्र को कैसे स्वस्थ रखें?

पेट और संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए आइए जानते हैं कि डॉक्टर सेंगर क्या सलाह देते हैं?

  • पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए पूरे पके केले की जगह हल्के हरे रंग के केले खाना ज्यादा अच्छा रहता है। इसमें रेसिस्टेंस स्टार्च की मात्रा अधिक होती है जो आंतों में गुड बैक्टीरिया के पोषण में मदद करते हैं। इससे शुगर भी नहीं बढ़ता और पाचन भी ठीक रहता है।
  • इसके साथ आहार में औषधियों-मसालों को जरूर शामिल करें। हल्दी, अदरक, सौंफ सिर्फ भोजन का स्वाद नहीं बढ़ाते बल्कि ये इंफ्लेमेशन को कम करने और पाचन को ठीक रखने में मददगार पाए गए हैं। इनका सेवन जरूर करें।
  • यदि आप बहुत अधिक तनाव लेते हैं तो इसका सीधा असर आंतों की सेहत पर पड़ता है। हमारी वेगस नर्वस आंतों और ब्रेन को जोड़ती है। ऐसे में जो लोग अधिक तनाव लेते हैं उनमें इसके कारण पाचन में गड़बड़ी, पेट फूलने और कब्ज की दिक्कत बढ़ जाती है। इसका असर पूरे शरीर पर भी पड़ने लगता है।
  • आहार में फर्मेंटेड फूड्स को भी जरूर शामिल करना चाहिए। किमची, योगर्ट जैसी चीजें आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देती हैं। इस तरह की चीजों का सेवन करके गैस-पेट फूलने की समस्या से बचने, इम्युनिटी बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने में भी मदद मिलती है।
  • अध्ययनों में ब्लूबेरी और अनार के सेवन को आंतों की सेहत को ठीक रखने और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस कम करने में फायदेमंद पाया गया है। इसे भी आहार का हिस्सा जरूर बनाएं।
  • दिन में तीन बार शौच जाना सामान्य है। पर ऐसे उपाय करें कि शौच के लिए आपको ज्यादा ताकत न लगानी पड़े। इसके लिए खूब पानी पिएं और फाइबर से भरपूर चीजें खाएं। पेट साफ रहना अच्छी सेहत का संकेत है।
  • आंतों की सेहत का सीधा असर आपके दिमाग की सेहत पर पड़ता है। अगर आपका पाचन ठीक नहीं है तो ये मूड को भी खराब कर सकता है। असल में आपको खुश महसूस कराने वाले हार्माेन सेरोटोनिन का 90% हिस्सा आंतों में ही बनता है। ऐसे में अगर आंतें स्वस्थ हैं तो आपका मूड भी ठीक रहता है।

तो अगली बार एसिडिटी या कब्ज जैसी समस्या हो तो उसे नजरअंदाज न करें। यह आपके शरीर का अलार्म है, जो आपको चेतावनी दे रहा है कि अब अपनी लाइफस्टाइल सुधारने का समय आ गया है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।