
पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस, पांच सेकंड में रिपोर्ट देगी; कीमत भी किफयती Publish Date : 23/08/2025
पोर्टेबल ईसीजी डिवाइस, पांच सेकंड में रिपोर्ट देगी; कीमत भी किफयती
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के इंजीनियरिंग छात्रों ने एक ऐसी ईसीजी डिवाइस तैयार की है, जो मात्र पांच सेकंड में ही आपके दिल की रिपोर्ट दे देगी। इसके साथ ही इसे बैग में लेकर भी घूम सकेंगे, क्योकि यह पोर्टेबल मशीन है। यह डिवाइस शरीर का तापमान, तनाव, दिल की धड़कन आदि के बारे में भी जानकारी देगी।
इस डिवाइस की सहायता से अब लोग कभी भी और कहीं भी अपने दिल का हाल जान सकेंगे। एएमयू के इंजीनियरिंग छात्रों ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो शरीर का तापमान, तनाव, दिल की धड़कन और ऑक्सीजन का स्तर मात्र पांच सेकंड में बता देगी। इस डिवाइस की सबसे अधक विशेष बात यह है कि इस छोटी सी डिवाइस को अपने बैग में लेकर चल सकते हैं। इसे जल्द ही बाजार में लांच करने की तैयारी है और इसकी कीमत बीस हजार रूपए के आसपास की होगी।
एएमयू इनोवेशन फाउंडेशन के तहत इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने एप्लीकेशन “कनेक्टरडॉटवर्सेल“ बनाकर अपने स्टार्टअप का पंख दिए है। डिवाइस को तैयार करने वाले विद्यार्थियों का कहना है कि अब तक जितनी भी तकनीक या एप्लीकेशन बाजार में उपलब्ध है, उनके द्वारा हार्ट से संबंधित एक या दो जांच होती है। लेकिन इस डिवाइस से कई जांच एक साथ की जा सकती हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के सभी स्कूलों के 200 बच्चों पर इसका ट्रायल किया जा चुका है और 99 फीसदी जांच सही पाई गईं हैं। चिकित्सकों की टीम की निगरानी में सभी ट्रायल हुए हैं। अमूमन ईसीजी जांच में 9 पिन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसमें केवल तीन पिन का प्रयोग ही किया जाएगा।
इस डिवाइस की एक विशेष बात यह भी है कि इसे दिल पर लगाने के के स्थान पर कलाई में लगाया जा सकता है। कलाई में लगने वाले इलेक्ट्रो की कीमत 10 रुपये है, जो एक ही बार उपयोग किया जा सकता है, जबकि इलेक्ट्रो लीड 1400 लोगों पर प्रयोग होंगे, जिसकी कीमत 500 रुपये है।
मशीन के इलेक्ट्रो लीड को मोबाइल या लैपटॉप में लगा दिया जाता है और जांच की रिपोर्ट मात्र पांच सेकंड में आ जाएगी। डिवाइस की कीमत 20 हजार रुपये है, जिसे शीघ्र ही बाजार में उतारने की तैयारी है।
डॉक्टर-मरीज की बातचीत के आधार पर बीमारी की तैयार होगी रिपोर्ट
इस स्टार्टअप के निदेशक सैफ मलिक ने बताया कि इस डिवाइस में एआई तकनीक का भी उपयोग किया गया है। डॉक्टर इस एप्लीकेशन को जैसे ही ऑन करेगा, वैसे ही मरीज और डॉक्टर की बातचीत के आधार पर यह डिवाइस बीमारी की रिपोर्ट तैयार कर देगी और इस रिपोर्ट का प्रिंट भी लिया जा सकता है।
इस डिवाइस से डॉक्टर का लिखने का समय भी बच जाएगा। एप्लीकेशन के माध्यम मरीज का ऑक्सीजन लेवल, शरीर का तापमान, तनाव, दिल की धड़कन और ईजीसी के बारे में डॉक्टर के पास नोटिफिकेशन पहुंचता रहेगा।
ये हैं टीम में
निदेशक सैफ मलिक, आईटी हेड इमानिका हुसैन, समर अब्बास, अतहर, जियाउल इस्लाम, इलेक्ट्रॉनिक हेड दानिया परवीन सिद्दीकी, सेल्स इंजीनियर अमन, प्रोडक्शन हेड अब्दुल वहीद, सेल्स इंजीनियर मोहम्मद अरशद, क्वाालिटी इंजीनियर मोहम्मद अफ्फान आदि लोग इस डिवाइस को तैयार करने वाली टीम के सदस्य हैं।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।