
स्वस्थ जीवनशैली से दिल रहे दुरुस्त Publish Date : 20/08/2025
स्वस्थ जीवनशैली से दिल रहे दुरुस्त
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
यदि हम समय के साथ अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव करते रहते हैं, तो काफी हद तक हृदय रोगों से अपना बचाव कर स्वस्थ बने रह सकते हैं। हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ0 दिव्यांशु सेंगर आपको उस स्वास्थ्यकर जीवन-शैली के बारे में बता रहे हैं जिसका पालन कर आपका दिल लंबी उम्र तक आपका साथ दे सकता है।
हमारे देश में विभिन्न रोगों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों से कहीं अधिक मौतें होती हैं, लेकिन एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन कर आप अपने रक्तचॉप (ब्लड प्रेशर), कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को सामान्य रखने में सफल हो सकते हैं। इस प्रकार आप हृदय रोग और दिल के दौरे के जोखिमों के स्तर को कम कर सकते हैं। ऐसे में आपको स्वस्थ जीवनशैली के अंतर्गत निम्न सुझावों पर ध्यान देना चाहिए।
तनाव का प्रबंधन करना सीखें: तनाव दिल के रोगों की सबसे बड़ा कारण होता है। अगर आप एक बार तनाव प्रबंधन की कला को सीख जाते हैं, तो आपको दिल की बीमारियाँ होने का खतरा भी काफी कम हो जाता है। गहरी सांस लेने से आपको तनाव से तत्काल राहत प्राप्त होती है। इससे आपका तन-मन शांत हो जाता है। अगर आपको लगे कि आप अकेले इस समस्या से पार नहीं पा रहे हैं, तो किसी की मदद लेने से बिलकुल न हिचकें। इसके सम्बन्ध में आप अपने दोस्तों और परिजनों से पूछ सकते हैं कि इस परिस्थिति में आपको कैसा व्यवहार करना चाहिए। यदि ऐसा करने से भी बात न बन पाए तो आप किसी मनोरोग विशेषज्ञ की सहायता भी ले सकते हैं।
स्वस्थ आहारः स्वास्थ्यवर्धक भोजन और स्नैक्स के विकल्पों का चयन करने से आप हृदय रोग और इसकी जटिलताओं से बच सकते हैं। अपनी आहार योजना में फलों, सब्जियों और साबुत अनाज को आहार में वरीयता दें। इन खाद्य पदार्थों से कोलेस्ट्रॉल के हाई लेवेल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। अपने आहार में नमक (सोडियम) को सीमित करने से भी आपका रक्तचॉप नियंत्रित हो सकता है।
वजनः अधिक वजन या मोटापा होने से भी आपको दिल की बीमारी होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। यह निर्धारित करने के लिए कि आपका वजन एक निर्धारित सीमा में है, इसके लिए डॉक्टर आपके बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करते हैं। शरीर की अतिरिक्त चर्बी की गणना के लिए डॉक्टर कभी-कभी आपकी कमर और कूल्हे की माप लेने का भी उपयोग कर सकते हैं।
व्यायामः अपने आपको स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम एक प्रमुख कारक होता है। व्यायाम हड्डियों, हृदय, फेफड़ों और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। व्यायाम से जीवनी शक्ति बढ़ती है और यह आपको बेहतर नींद लाने में मदद करता है। नियमित शारीरिक गतिविधि करना सेहत के लिए सदैव ही लाभप्रद रहती है। शारीरिक श्रम से हृदय रोग का जोखिम कम होता है और यह श्रम तनाव को नियंत्रित करने, नींद में सुधार, मनोदशा को अच्छा बनाए रखने और वजन को नियंत्रित रखने में आपकी सहायता करता है।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार वयस्कों को हर हफ्ते लगभग 5 घंटे व्यायाम अवश्य ही करना चाहिए। व्यायाम के अंतर्गत सुबह की सैर करना, तेज चलना या साइकिल चलाना और योगासन व प्राणायाम को शामिल कर सकते हैं। बच्चों और किशोरों को हर दिन एक घंटे की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए। व्यायाम शुरू करने से पहले अपने व्यायाम प्रशिक्षक से परामर्श लें।
धूमपान व शराब का सेवन करने से बचें: किसी भी तरह का धूमपान (चाहे वह सिगरेट हो, बीड़ी हो या फिर हुक्का) करने से दिल की बीमारी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। यदि आप धूमपान नहीं करते हैं, तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। यदि आप धूमपान करते हैं, तो इसे छोड़ने से हृदय रोग होने का खतरा कम होगा। डॉक्टर ’आपको धूमपान छोड़ने में मदद करने के तरीके सुझा सकता है। दिल की सेहत के लिए शराब का सेवन करने से भी बचें। अध्ययनों से इस बात की पुष्टि हुई है कि फिटनेस के आदर्श स्तर तक पहुंचे लोगों को हृदय रोग होने का खतरा काफी कम होता है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।