तीव्र गर्मी में ठण्ड़े पानी से नहाना, पड़ सकता है, दिल पर भारी      Publish Date : 13/08/2025

तीव्र गर्मी में ठण्ड़े पानी से नहाना, पड़ सकता है, दिल पर भारी

                                                                                                                                                  डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

“तेज गर्मी में ठण्ड़े पानी से नहाने पर धड़कन का अनियमित होना और अचानक रक्तचॉप के बढ़ने का खतरा रहता है।“

तेज गर्मी में अचानक ठण्ड़े पानी से स्नान करना दिल के मरीजों के लिए खतरनाक सिद्व हो सकता है। ऐसा करने से उनके दिल की धड़कन अनियमित हो सकती हैं और अचानक उनका रक्तचॉप भी बढ़ सकता है और यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। ब्रिटेन की लैनकॉस्टर के द्वारा किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं के द्वारा यह दावा किया गया है।

  • 15 डिग्री या इससे कम तापमान के पानी में स्नान करना उचित नहीं है।
  • अध्ययन में 26-27 डिग्री तापमान वाले पानी में स्नान करना सबसे अच्छा माना गया है।

                                                                    

इस अध्ययन में कहा गया है कि गर्म वातावरण में रहने के बाद जब कोई व्यक्ति 15 डिग्री या इससे कम तापमान वाले पानी के सम्पर्क में आता है, तो उसके शरीर की सतही रक्त वाहिकाएं तेजी से संकुचित होने लगती हैं, इससे उस व्यक्ति का रक्तचॉप बढ़ जाता है और दिल पर अधिक दबाव पड़ता है।

इस स्थिति को ‘कोल्ड शॉक रिस्पॉन्स’ कहते हैं, जो कि हृदय के लिए घातक सिद्व हो सकती है। इसके सम्बन्ध में विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि ऐसी परिस्थितियों में नहाने के लिए गुनगुना या हल्का ठण्ड़ा पानी ही सबसे अधिक सुरक्षित विकल्प होता है।

शरीर के अंदर रह जाती है गर्मी

इस अध्ययन के अनुसार, गर्मी के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है और मानव की रक्त वाहिकांए चौड़ी होकर त्वचा की सतह तक नमी पहुंचाने का कार्य करती हैं। ऐसे में जब कोई व्यक्ति अचानक ही ठण्ड़े पानी से नहाता है, तो उसकी रक्त वाहिकाएं तेजी से संकुचित होने लगती हैं, जिसके चलते गर्मी शरीर के अंदर ही रह जाती हैं और उस व्यक्ति के दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और यह स्थिति खतनाक रूप भी ग्रहण कर सकती है।

ऐसा करें

                                                 

  • जब आपका शरीर गर्म हो तो अचानक ही बहुत अधिक ठण्ड़े पानी से स्नान न करें।
  • यदि ठण्ड़े पानी से ही स्नान करना हो तो पहले ठण्ड़े पानी को अपने हाथ और पैरों पर डालें।

हृदय रोगियों के लिए है अधिक मुश्किल

यह स्थिति सामान्य लोगों के लिए भी मुश्किलों से भरी हो सकती है, लेकिन जिन लोगों को रक्तचॉप या दिल से सम्बन्धित अन्य कोई परेशानी पहले से ही होती है, उनके लिए यह स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है।

इसके बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे अंतरिक्ष यात्रियों को अचानक तापमान के बदलाव का सामना करना पड़ता है, ठीक उसी प्रकार तेज गर्मी में ठण्ड़े पानी से नहाने पर शरीर में ‘थर्मल शॉक’ के जैसी ही प्रतिक्रिया होती है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।