घातक बनती जा रही, हाइपरटेंशन और डायबिटीज की बीमारी      Publish Date : 04/07/2025

घातक बनती जा रही, हाइपरटेंशन और डायबिटीज की बीमारी

                                                                                                                                                    डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

हमारे देश में डायबिटीज और हाइपरटेंशन की बीमारी लगातार बढ़ती चली जा रही है। लोगों में हाइपरटेंशन एवं डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है और स्वास्थ्य के लिए समस्या बनती जा रही है। वर्तमान समय में कम उम्र के लोग भी इन बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं और 30 वर्ष से अधिक उम्र के एक तिहाई लोग हाइपरटेंशन और लगभग हर पांचवा व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से पीड़ित है। यहां तक कि अब तो स्कूली बच्चों में भी डायबिटीज की बीमारी बढ़ती चली जा रही है। बड़ी संख्या में लोग एक साथ इन दोनों बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं और यह सेहत के लिए बहुत ही घातक साबित हो रहा है।

                                                           

हाल ही में यह अध्ययन बीएमसी बायोमेड सेंट्रल पब्लिक हेल्थ मेडिकल जनरल में प्रकाशित हुआ है अध्ययन में कहा गया है कि हाइपरटेंशन व डायबिटीज में एक दूसरे से गहरा संबंध है इन दोनों में से कोई एक बीमारी होने पर दूसरी के होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। इस वजह से एक बीमारी होने पर दूसरी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह अध्ययन राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे पांच के तहत देश भर के 6 लाख 36 हजार 688 परिवारों के 11 लाख 70 हजार 625 लोगों के आंकड़ों का विश्लेषण करके एकत्र किया गया है। इसके परिणाम के अनुसार देश में 30 वर्ष से अधिक आयु के 30.6 प्रतिशत पुरुष व 28.6 प्रतिशत महिलाओं को हाइपरटेंशन है। 19.7 प्रतिशत पुरुष व 17.5 प्रतिशत महिलाएं हाइपरटेंशन से ग्रसित हैं।

हेल्थ सिस्टम ट्रांसपोर्टेशन प्लेटफार्म के विशेषज्ञ का कहना है कि इस अध्ययन में सामने आया है कि डायबिटीज से पीड़ित 43.01 प्रतिशत पुरुष एवं 43.9 प्रतिशत महिला मरीज  हाइपरटेंशन से भी पीड़ित है। इसी तरह हाइपरटेंशन से पीड़ित 28.5 प्रतिशत पुरुष व 26.6 प्रतिशत महिलाओं को डायबिटीज की भी बीमारी है। वैसे तो पुरुष, महिलाओं के मुकाबले हाइपरटेंशन व डायबिटीज की समस्या से अधिक पीड़ित है, लेकिन अध्ययन में पाया गया है कि महिलाओं को दोनों में कोई एक बीमारी हो तो दूसरी बीमारी होने का जोखिम अधिक होता है। दिल्ली में डायबिटीज से पीड़ित 60 प्रतिशत पुरुषों को हाइपरटेंशन है, पंजाब में डायबिटीज से पीड़ित 7.9 प्रतिशत पुरुष व 62.99 प्रतिशत महिला मरीजों को हाइपरटेंशन की बीमारी है।

                                                    

यह अध्ययन ऐसे समय में सामने आया है जब 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अध्ययन से स्पष्ट है कि इन दोनों बीमारियों को एक दूसरे से अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए। हाइपरटेंशन वह डायबिटीज से कोई एक बीमारी होने पर दूसरी की स्क्रीनिंग नहीं कराना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। उम्र बढ़ाने के साथ यह बीमारियां होने का खतरा बढ़ता चला जाता है। अध्ययन में शामिल रहे डॉक्टर सुधीर शुक्ला ने बताया कि खान-पान में पौष्टिक आहार का कम इस्तेमाल और शारीरिक सक्रियता में कमी के चलते हाइपरटेंशन व डायबिटीज की बीमारी लगातार बढ़ रही है। यह बीमारियां हृदय रोग, स्ट्रोक व किडनी रोग इत्यादि गंभीर बीमारी का कारण भी बनती है। दोनों बीमारियों की रोकथाम के लिए एक साथ समन्वयक कार्यक्रम चलाया जाना चाहिए और लोगों को सतर्क रहते हुए इन बीमारियों से बचने के उपाय समय रहते ही प्रारंभ कर देना चाहिए।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।