
सावधानी बरतें और लू से बचें Publish Date : 14/06/2025
सावधानी बरतें और लू से बचें
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
गर्मी/धूप से दूरी, लू से बचने के लिए बचाव के उपाय अपनाना आवश्यक है-
लू के प्रकोप से बचाव हेतु कुछ प्रभावी सुझाव-
- बच्चों और बुजुर्गों का लू से बचाव करें।
- पूर्वाह्न 11:00 से अपराह्न 4:00 बजे के बीच घर से बाहर न निकलने दें।
- सिर को टोपी या गमछे से ढकें और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनाएं।
- नियमित अंतराल पर पानी, नींबू पानी, आम, छाछ आदि तरल पदार्थों का सेवन करते रहें।
- ठंडी, छायादार, हवादार और स्वच्छ स्थान पर रखें।
- चक्कर, बुखार, उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
किसानों का लू से बचाव-
- सुबह और शाम के समय खेतों में काम करें, दोपहर में आराम करें।
- सिर, गर्दन और शरीर को गमछा या कपड़ों से ढकें।
- खेतों पर पानी, छाया और ओ.आर.एस. की व्यवस्था रखें।
- हल्का भोजन करें और बीच-बीच में आराम करें।
- गर्मी में अचानक थकान या चक्कर आए तो तुरंत कुछ देर के लिए छाया में रुकें।
जानवरों को लू से कैसे बचाएं-
- जानवरों को छायादार, हवादार और स्वच्छ स्थान पर ही रखें।
- जानवरों को हर समय साफ और ठंडा पानी उपलब्ध करवाएं।
- दिन में 1-2 बार ठंडे पानी से नहलाएं अथवा उनके शरीर पर पानी छिड़कें।
- चरागाह में सुबह या शाम को ही लेकर जाएं, दोपहर में ले जाने से बचें।
- कमजोरी, सुस्ती या खाने में कमी दिखे तो पशु चिकित्सक से संपर्क करें।
सामान्य सावधानियां अपनाएं
- धूप में निकलने पर छाता, टोपी, गमछा आदि का इस्तेमाल करें।
- हल्के रंग के सूती और ढीले कपड़ें ही पहनकर घर से निकलें।
- तरल पदार्थ जैसे-ओ.आर.एस., नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करते रहें।
- तला-भुना, बासी अथवा भारी भोजन (गरिष्ठ) से परहेज करें।
- लू के लक्षण (चक्कर, बुखार, उल्टी) दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।