बड़ी सुंदर दिखती हो      Publish Date : 13/06/2025

                         बड़ी सुंदर दिखती हो

त्वचा ऐसा शब्द है जो सौंदर्य से तो जुड़ता ही है, आपके स्वास्थ्य का सूचक भी होता है। कभी त्वचा के रंग को लेकर तो कभी टेक्सचर को लेकर बातें सामने आती हैं। गोरेपन की क्रीम से लेकर अन्य सौंदर्य उत्पादों का हजारों करोड़ का व्यवसाय है। ऐसे में हमारी विशेषज्ञ आपको बता रही हैं, कैसे आप आसानी से अपनी त्वचा की बेहतर देखभाल कर सकती है।

हिंदी फिल्मों के गीतों में त्वचा के रंग पर काफी लिखा गया है। फिल्म बंदिनी का गाना मोरा गोरा अंग लई लै, मोहे श्याम रंग दई दे, हो या फिल्म सुहाग का गाना गोरे गोरे मुखड़े पे काला काला चश्मा, या फिर आपकी त्वचा से आपकी उम्र का पता नहीं चलता जैसे वाक्य। इन उदाहरणों से त्वचा के महत्व को समझा जा सकता है। यह अकारण नहीं है कि त्वचा की देखभाल करने वाले प्रोडक्ट्स का बाजार काफी बड़ा है। सौंदर्य विशेषज्ञों की मानें तो महंगे उत्पादों को शरण में जाने के बजाय सहज रूप से उपलब्ध प्राकृतिक चीजों के इस्तेमाल से त्वचा को अधिक एवं स्थाई सुंदर बना सकती हैं।

त्वचा न हो डिहाइड्रेट

श्रीमति सरिता सेंगर कहती हैं कि गर्मी में तापमान बहुत अधिक होता है, ऐसे में स्किन डिहाइड्रेशन के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाते हैं। इसके कारण स्किन का टेंप्रेचर बढ़ जाता है, ऐसे में उसे ठंडक देने के उपाय करना बहुत जरूरी है। स्किन केयर से जुड़े उत्पादों को फ्रिज में रखें। जेल बेस्ड माइश्चराइजर, जेल बेस्ड सनस्क्रीन इस्तेमाल करें। वर्तमान में लाइट सनस्क्रीन भी आ रहे हैं, जो फ्लूइड लोशन कास्मेटोलाजिस्ट में होते हैं।

चेहरे को ठंडक देने के लिए सुबह-शाम या जब भी समय मिले तो आइसिंग करें। दिन के समय लाइट माइश्चराइज इस्तेमाल कर सकती हैं, रात को थोड़ा हैवी माइश्चराइजर लगा सकती हैं। इसके साथ ही शरीर को भीतर से हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पिएं। लिक्विड्स लेते रहें, जैसे नारियल पानी, फलों का जूस इत्यादि।

क्यों होते हैं ब्लैक हेड्स

इसकी वजह है स्किन और पोर्स में कंजेशन होना होता है। एक तो आप हैवी प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं, धूल-मिट्टी का भी त्वचा को सामना करना पड़ता है, ऐसे में स्किन केयर के लिए नान कोमोडोजेनिक उत्पादों, मेकअप, माइश्चराइजर और सनस्क्रीन का ही इस्तेमाल करें। नान कोमोडोजेनिक उत्पादों को इस तरह से तैयार किया जाता है कि पोर्स बंद होने और मुंहासे होने की आशंका कम रहती है। तैलीय त्वचा वाले लोगों के लिए विशेषकर इनका इस्तेमाल अच्छा रहता है।

क्या है उपायः मुंहासे ना हों, इसके लिए सबसे पहले लाइट माइश्चराइजर जैसे वाटर बेस्ड, जेल बेस्ड माइश्चराइजर का इस्तेमाल करें। सेलेसिलिक एसिडः कम से कम एक बार रात्रि में सेलेसिलिक एसिड बेस्ड सेरम और जेल का इस्तेमाल करें। सेलेसिलिक एसिड की खास बात है कि यह आपकी त्वचा के आयल कंटेंट को संतुलित रखता है और डीप क्लेंजिंग भी करता है।

रेटिनालः अगर समस्या ज्यादा है तो रेटिनाल बेस्ड उत्पाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह विटामिन ए का ही एक रूप है, जिसके त्वचा के लिए अनेक फायदे हैं। मुंहासों की समस्या को दूर करने में ये कारगर होने के साथ ही यह त्वचा पर उम्र के असर को रोकता है।

एएचए (अल्फा हाइड्राक्सी एसिड), वीएचए (बीटा हाइड्राक्सी एसिड):

आजकल एएचए, बीएचए बेस्ड सेरम और पैड्स भी बहुत आ रहे हैं। ये भी त्वचा की इंप्यूरिटीज को हटाते हैं। रात में सेलेसिलिक एसिड बेस्ड फेसवाश के बाद एएचए, बीएचए पैड्स भी इस्तेमाल कर सकती हैं स्किन को वाइप करने के लिए। इससे ब्लैक हेड्स की समस्या से दूर रह सकती हैं। अगर त्वचा के साथ कोई समस्या नहीं है और खूबसूरती कायम रखना चाहती हैं तो एएचए बीएचए बेस्ड सेरम का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये त्वचा को एक्सफोलिएट करेगा, निखार आएगा और त्वचा साफ्ट होगी।

प्राकृतिक तत्वों से बनेगी बात

गर्मी के मौसम में दमकती हुई त्वचा बनाए रखना चुनौती है। तेज धूप और हामिडिटी असहज करती है। इससे रूखी त्वचा, सनबर्न, ओपन पोर्स जैसी कहती हैं कि इनसे निजात पाने का उपाय है-

नेचुरल कलेजिंग मुल्तानी मिट्टी, बेसन और चंदन पाउडर को बराबर मात्रा में मिक्स कर लें। उसमें पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं और चेहरे पर स्क्रब की तरह इस्तेमाल करें। इससे मृत कोशिकाएं और गंदगी साफ होगी व निखार आएगा। इसे सप्ताह में तीन बार इस्तेमाल करें। मौसमी फलों का फेसमारक फलों को या ब्लैंड करके त्वचा पर लगाने से उसे पोषण मिलता है, पर ध्यान रखें कि इसे तत्काल लगाने पर ही फायदा मिलता है।

पका हुआ केला या तरबूज के टुकड़े को अच्छी तरह मसल लें, उसमें एक टीस्पून मिल्क पाउडर और एक चौथाई टीस्पून शहद मिलाएं। इसे चेहरे और गर्दन पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे सप्ताह में दो बार लगाएं। शुष्क और गर्म मौसम के प्रभावों से यह त्वचा को सुरक्षित रखेगा। अंगूर में शुगर, विटामिन और मिनरल साल्ट होते हैं, उसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से त्वचा माइश्चराइज होती है। ब्लैकहेड्स की समस्या है तो पपीते से मसाज करना चाहिए। इससे निखार आएगा।

गर्मी में बहुत से लोग तैलीय त्वचा की शिकायत करते हैं, पर तेज केमिकल वाले साबुन से चेहरे को साफ करने से बचना चाहिए। इसके बजाय प्राकृतिक चीजों से ओपन पोर्स (खुले रोमछिद्र) की समस्या पर काबू करें। ओटमीलको पीस लें, उसमें टमाटर के रस मिलाकर लगाने से रोमछिद्र सिकुड़ेंगे, साथ ही मृत कोशिकाएं भी हटेंगी।सनबर्न से मुक्ति के लिए बर्फ के पानी में लैवेंडर इसेंशियल आयल की कुछ बूंदें मिलाएं और प्रभावित हिस्से पर स्प्रे करें। ठंडा दूध और खीरे का रस लगाने से भी सनबर्न से राहत मिलेगी। इसे प्रत्येक दो से चार घंटे में लगा सकती हैं।

टैन हटाने और त्वचा में चमक लाने के लिए एक टेबलस्पून ओटमील पाउडर में खट्टा दही मिलाकर पेस्ट बनाएं। उसमें खीरे या अंगूर का रस मिलाएं। इस पैक से टैन प्रभावित हिस्से पर मसाज करने के बाद आधा घंटा तक यूं ही छोड़ दें। पानी से धोने के बाद माइश्चराइजर लगाएं।

यूवी किरणों से सुरक्षित रखेंगे फल व सब्जियां

त्वचा खूबसूरत तभी रहेगी, जब शरीर को समुचित पोषण मिलेगा। इसके लिए मौसमी फलों का सेवन करें, जैसे तरबूज, खरबूजा, आम, खीरा, टमाटर जैसे वाटर और फाइबर रिच फल। इनमें ऐसे तत्व पाए जाते है, जो प्राकृतिक सनस्क्रीन का काम करते है। कहू, लौकी, हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार, अंगूर और शकरकंदी को भी अपने आहार में शामिल करें। इसमें विटामिन एप्रचुर मात्रा में होता है और ये आपकी त्वचा को घातक यूवी किरणों से सुरक्षित रखते हैं। इसे इस तरह से समझे कि जो लोग अपने आहार में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करते हैं, उनकी त्वचा पर यूवी किरणों का असर उन लोगों की अपेक्षाकृत कम होगा जो इनका सेवन नहीं करते।