
गर्मी मौसम में अनुकूल और उचित खानपान Publish Date : 10/06/2025
गर्मी मौसम में अनुकूल और उचित खानपान
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के मौसम गर्मी में आपकी कार्यक्षमता पर तो बुरा असर पड़ता ही है, इसके चलते आपको अपने ऊपर अधिक ध्यान देने की भी आवश्यकता होती है। विशेषरूप से खानपान का तो इस मौसम में विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। अपने खानपान का खयाल कैसे रखें, बता रहे हैं हमारे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ0 सुशील शर्मा-
गर्मी के मौसम में यदि आपने अपने खनपान के ऊपर पर्याप्त ध्यान न दिया तो तरह-तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। शरीर से अत्यधिक मात्रा में पसीना निकलने से जहां डीहाइड्रेशन की समस्या परेशान करती है, वहीं गंदगी भी कई बीमारियों का कारण बनती है। ऐसे में खाने-पीने का खास खयाल रखा जाए तो शरीर के कमजोर होने और बीमारी पास आने की आशंका भी काफी कम हो जाती है। दूसरी ओर खाने-पीने में लापरवाही और कुछ अन्य जरूरी बातों का ध्यान न रखने पर आपकी मुश्किलें बढ़ भी सकती हैं।
पानी अधिक मात्रा में लें और चाय का सेवन कम करें अथवा छोड़ें
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी का स्तर ठीक रखना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए यह भी जानना जरूरी है कि कौन-सा पेय पदार्थ ले और कौन-सा नहीं। ऐसे पेय पदार्थ लेने से बचें, जो पेट में गैस पैदा करते हैं। खासकर चाय का सेवन करना तो बहुत कम कर दें और यदि संभव हो तो चाय को सेवन करना छोड़ ही दें अथवा दो कप से ज्यादा चाय बिलकुल भी न ले, क्योंकि यह आपके पाचनतंत्र को बिगाड़ती है।
अमृत है नारियल पानी
नारियल पानी इस मौसम में काफी मिलता है और यह इस मौसम में सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी होता है। इस मौसम में जौ का सेवन करना भी काफी लाभदायक साबित होती है। इसे दही में डाल कर सत्तू के रूप में भी खा सकते हैं या इसे उबाल कर टमाटर, खीरा, मिर्च, हरी चटनी, नमक आदि मिला कर भी खाया जा सकता है। रोटी में भी जौ के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। गेहूं और जौ का आटा बराबर मात्रा में मिलाकर रोटी बनाएं। इस मौसम में यह शरीर को ठंडा भी रखेगी और आपका पेट भी ठीक रहेगा।
चना जो आपको रखे ठंडा
चने को भी डाइट में प्रमुखता से शामिल करें। काला और हरा चना दोनों ही इस मौसम में ज्यादा खाना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इससे पेट नहीं फूलता और भूख भी शांत हो जाती है।
मौसमी फलों को दें प्राथमिकता
फलों में मौसमी, तरबूज, खरबूजा आदि इस मौसम में काफी फायदेमंद होते है। पित्त की समस्या है तो खीरे और लौकी के रस को बराबर मात्रा में मिला कर उसमें सेंधा नमक या लवण भास्कर आयुर्वेदिक चूर्ण डाल कर कर पी जाएं। यह गैस को नियंत्रित रखता है और पाचन क्षमता को भी बेहतर बनाता है। सलाद और चाट में भी सादे नमक की बजाय इन्हीं का इस्तेमाल करें। यह आम का भी मौसम है, लेकिन आम को खाने में थोड़ी सावधानी बरतें। खाने से पहले आम को दो घंटे के लिए पानी में रखें, फिर उसका इस्तेमाल करें।
धनिया, पुदीना और प्याज भी जरूरी इस मौसम में हरी चटनियों का सेवन कर सकते हैं। धनिया, पुदीना, आंवला, प्याज आदि की चटनी बना कर खाने के साथ खाएं। यह आपके खाने का स्वाद भी बढ़ाती है और मौसम के अनुरूप भी होती है।
यदि आप कामकाजी व्यक्ति हैं तो-
कामकाजी लोग खाली पेट घर से बिलकुल न निकले, क्योंकि इससे लू लगने की आशंका बढ़ जाती है। कामकाजी महिलाएं लंच में सलाद ज्यादा लें तो बेहतर है। नाश्ता करके ही घर से बाहर निकलें।
नॉनवेज न खाएं
यदि आप मांसाहारी है तो इस मौसम में उसकी मात्र कम लेना शुरू कर दें। अल्कोहल के इस्तेमाल से भी बचें। ये गर्म तासीर वाली चीजें है, जिन्हें पचाने के लिए शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है।
बच्चों का रखें खास खयाल
बच्चों को इस मौसम में ऐसी चीजें न दें, जो जल्दी खराब हो जाती है। नूडल्स आदि पर रोक लगाएं। नींबू पानी नियमित रूप से दें। बच्चा खाना वापस ला रहा है तो उसे चावल और जौ की चीजे भी दे सकते हैं।
खाली पेट घर से कभी न निकले
इस मौसम में आप लू को चपेट में आ सकते हैं। इससे बचने के लिए सुबह बिना कुछ खाए घर से बिलकुल न निकलें।
सुबह का नाश्ता कैसा हो?
सुबह का नाश्ता इस मौसम में बहुत जरूरी है, इसलिए इसे कभी भी मिस न करें। नाश्ते में आप तरल पदार्थों को प्राथमिकता दें। नारियल पानी, फल आदि को प्रमुखता से शामिल कर सकते हैं। पोहे को भी नाश्ते में सर्व किया जा सकता है।
दोपहर का खाना कैसा हो?
दोपहर में अगर ज्यादा भूख नहीं है तो काले चने की चाट बनाकर खा सकते हैं, जिसे घर में बनाना बेहतर है। हरे चने की चाट भी खाई जा सकती है। अगर ज्यादा भूख है तो रोटी, सब्जी, रायता, लस्सी, छाछ और हरी सब्जियों को खाने में शामिल करें। दही का सेवन कई रूप में किया जा सकता है। गोभी इस मौसम में कम खाएं, क्योंकि ये इस मौसम की सब्जी नहीं है। इस मौसम की सब्जियों में बीन्स, पालक, सेम की फली, बैंगन आदि का उपयोग करें। लौकी को भी अलग-अलग तरह से बनाकर खा सकते हैं।
शाम के नाश्ते में क्या लें?
शाम को मुरमुरे, भेलपुरी खाना ठीक रहता है। कभी-कभी सलाद भी ले सकते हैं। शाम को शरबत, ठंडाई आदि भी पी जा सकती है। खसखस और गुलाब आदि का शरबत भी अच्छा रहता है। नींबू पानी और छाछ तो फायदेमंद हैं ही।
रात का खाना हल्का रखें
रात के खाने को हल्का रखें। इस समय सलाद और सब्जी ज्यादा खाएं। रोटी खाते हैं तो उसकी संख्या लंच से एक कम रखें। दूध की जरूरत गर्मियों में होती नहीं। नींद की समस्या है तो तो दूध पी सकते हैं, पर उसकी मात्रा को कम रखें और उसमें इलाइची डाल लें। चाय-कॉफी का सेवन रात में बिल्कुल न करें। बीपी की समस्या है तो बीपी का खतरा इस मौसम में बढ़ जाता है।
इसके अलावा मधुमेह के रोगियों में डिहाइड्रेशन होने की आशंका भी रहती है। ऐसे लोग खाने का समय निश्चित रखे और पानी व तरल पदार्थ समय-समय पर लेते रहे। इस मौसम में खाना बिल्कुल भी नहीं छोड़े। मूंग की खिचड़ी ले सकते हैं। यह पेट के लिए काफी फायदेमंद रहती है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।