ब्लड प्रेशर के मरीज नमक खाने से परहेज करें      Publish Date : 19/05/2025

        ब्लड प्रेशर के मरीज नमक खाने से परहेज करें

                                                                                                                                         डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

आजकल ब्लड प्रेशर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके आए दिन हार्ट अटैक के केस सुनने को मिल रहे हैं। जिला अस्पताल मेरठ के डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर ने बताया कि ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर के रूप में कार्य करता है। लगभग 50 प्रतिशत लोगों को पता भी नहीं होता कि उनको ब्लड प्रेशर की बीमारी है और जिन लोगों को इस बीमारी के बारे में पता भी होता है उनमें से 50 प्रतिशत मरीजों का दवा लेने के बाद भी ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रहता है। हालांकि इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे ऐसे मरीज जो अल्कोहल लेते हैं, धूम्रपान करते हैं, शुगर अनियंत्रित रहती है और नमक का सेवन अधिक करते हैं।

ऐसे मरीजों के शरीर का वजन बढ़ गया होता है, जिससे उनका ब्लड प्रेशर अनकन्ट्रोल हो जाता है। ब्लड प्रेशर की परेशानी ऐसे मरीजों को होती है जो तीन या तीन से अधिक ब्लड प्रेशर की दवाई ले रहे होते हैं। ऐसे मरीजों के लिए सलाह है कि वह अपने खान-पान और जीवन शैली में अपेक्षित सुधार करें। ऐसे मरीज पूरे दिन में 3 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करने का प्रास करें और यदि वह अल्कोहल भी लेते हैं तो उसका सेवन करनस बंद करें और साथ ही धूम्रपान करना भी बंद करें और अपने बॉडी मास इंडेक्स को 25 से ऊपर ना जाने दें।

                                                  

बॉडी मास इंडेक्स के माध्यम से आपके शरीर के वजन का पता चलता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से न जाने कितनी मौतें लगातार हो रही है, उनमें से 25 प्रतिशत मृत्यु अनियंत्रित ब्लड प्रेशर के कारण होती है। अनियंत्रित ब्लड प्रेशर के चलते दिल की नसों में अकड़न, ब्रेन हेमरेज, पैरालाइसिस का अटैक और गुर्दे की बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है। ऐसे मरीजों में हार्ट अटैक की संभावनाएं भी अधिक रहती है। इन मरीजों में 130 और 85 से अधिक ब्लड प्रेशर नहीं रहना चाहिए। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर अधिक ही बना रहता है तो उसे केवल दवाओं माध्यम से ही नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। इसके लिए उन्हें अपने खान-पान और जीवन शैली में भी कुछ महत्वपूर्ण सुधार करना भी बहुत जरूरी होता है।

प्रतिदिन 3 ग्राम से अधिक नमक का सेवन करना ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए घातक साबित होता है। इसके प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है ताकि लोग अपने खाने में कम से कम नमक का सेवन करें, जो लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हैं समय-समय पर ब्लड प्रेशर को चैक करते रहते हैं और उसको नियंत्रित बनाए रखते हैं, वह लंबा जीवन जी पाते हैं।

डॉ0 सेंगर ने बताया कि वर्तमान की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में ब्लड प्रेशर की बीमारी हमारी खराब और अव्यवस्थित जीवनशैली के चलते बढ़ रही है। ऐसे में यदि परिवार में यह बीमारी है तो अगली पीढ़ी में भी हो सकती है। ऐसे लोग 6 महीने में एक बार बीपी की जांच जरूर कराएं और अपनी खराब जीवन शैली को सुधारने की आवश्यकता होती है। जैसे कि 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है, नमक का सेवन कम से काम करना चाहिए, यदि अल्कोहल या धूम्रपान करते हैं तो उसको बिलकुल छोड़ देना चाहिए। नियंत्रित रूप से नियमित व्यायाम करें और यदि आप मोटापे की समस्या से ग्रस्त है तो उसका नियंत्रण करें। जब इन सबसे ब्लड प्रेशर नियंत्रित न हो तो उसके बाद ही दवाओं का सेवन शुरू करें।

                                                      

आजकल तो ब्लड प्रेशर की समस्या कम उम्र के लोगों में भी सामने आने लगी है जिसकी वजह अत्यधिक तनाव भी हो सकता है, देर रात तक मोबाइल, टीवी स्क्रीन आदि पर रहने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए मोबाइल की स्क्रीन या टीवी की स्क्रीन से अपने को दूर रखें और इनका कम से कम प्रयोग करें।

हाई ब्लड प्रेशर की प्राइमरी स्टेज से आजकल 90 प्रतिशत लोग प्रभावित हैं और उच्च रक्तचाप के कारण लोग दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त होते जा रहे हैं। शुगर, थायराइड और हार्माेनल डिसबैलेंस सहित विभिन्न बीमारियों का मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर को ही माना जाता है। इस बीमारी के चलते ही लोग हार्ट अटैक और लकवा जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं।

दिन में लंबे समय तक सोना और शरीर का मोटापा भी ठीक नहीं

अक्सर देखा गया है कि आजकल बच्चे और बड़े बुजुर्ग दिन में भी लंबे समय तक सोए रहते हैं और वह पानी का सेवन भी अपेक्षाकृत कम करते हैं। गर्भावस्था में सावधानी न बरतना, मोटापे होना, लंबे समय तक मानसिक तनाव, बढ़ती उम्र, डायबिटीज, किडनी रोग, हृदय रोग, खराब आहार, जंक फूड का सेवन, धूम्रपान और शराब का सेवन करना और पारिवारिक इतिहास आदि कारणो से हाई ब्लड प्रेशर बढ़ता है।

यदि उम्र 40 से अधिक है तो हो जाए स्वास्थ्य के प्रति सतर्क

आजकल सभी लोगों की जीवन शैली में काफी तेजी से बदलाव आ गया है। 40 की उम्र पार करने के बाद हमें हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल आदि की नियमित जांच करते रहना चाहिए। 7 से 8 घंटे की नींद हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। हाई ब्लड प्रेशर की जांच नियमित रूप से करानी चाहिए और इसके साथ ही साथ कोलेस्ट्रॉल आदि की भी नियमित जांच करानी चाहिए। उच्च रक्तचाप का सबसे बड़ा कारण धूम्रपान भी हो सकता है और इसके कारण से हम गंभीर बीमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं।

संतुलित आहार और नियमित व्यायाम पर दे ध्यान

यदि 40 वर्ष से अधिक की आयु प्राप्त कर चुके हैं तो संतुलित आहार आहार में नमक का सेवन कम करें, नियमित रूप से व्यायाम या योग, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन, पोटेशियम युक्त का आहार जैसे केला, संतरा और पालक आदि का सेवन करने से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।