
गर्मी का प्रकोप, बचाव एवं सतर्कता Publish Date : 17/05/2025
गर्मी का प्रकोप, बचाव एवं सतर्कता
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
गर्मी के मौसम में व्यायाम करते समय सावधानी बरतें। अधिक गर्मी में व्यायाम करने से शरीर पर अत्यधिक दबाव पड़ सकता है। इसलिए सुबह या शाम के समय व्यायाम करें, जब तापमान कम होता है। यदि शरीर में अत्यधिक गर्मी महसूस हो, तो ठंडे पानी से स्नान करें या चेहरे, हाथों और पैरों पर ठंडे पानी के छींटे मारे। इससे शरीर का तापमान कम होगा और आराम मिलेगा।
गर्मियों का प्रकोप आजकल बढ़ते हुए तापमान के कारण एक गंभीर समस्या बन चुका है। अत्यधिक गर्मी से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उच्च तापमान के कारण न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में विकृति आती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है।
गर्मी के प्रकोप से बचाव और सतर्कता की आवश्यकता इसलिए और भी बढ़ जाती है, ताकि हम इस मौसम को सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से पार कर सकें। गर्मी का अत्यधिक प्रभाव शरीर पर कई तरीके से पड़ता है।
सबसे पहला प्रभाव है गर्मी के कारण शरीर का तापमान बढ़ना। जब शरीर का तापमान सामान्य से अधिक बढ़ जाता है, तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डीहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और हीट एक्सॉशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं के कारण व्यक्ति की मानसिक स्थिति भी बिगड़ सकती है, और शरीर के अंगों का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा गर्मी से रक्तचाप बढ़ सकता है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
गर्मी में प्रदूषण की स्थिति भी ज्यादा बिगड़ जाती है। जिससे सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा, एलर्जी और अन्य श्वांस रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए यह जरूरी है कि हम गर्मी के दौरान इन सभी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के उपायों को अपनाएं।
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी बहुत तेजी से होती है, इसलिए पानी का नियमित सेवन करना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा ताजे फलों का रस, नारियल पानी और शरबत जैसे तरल पदार्थों का सेवन भी शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। इससे डीहाइड्रेशन से बचा जा सकता है। गर्मी में हल्के और सूती कपड़े पहनना चाहिए, क्योंकि ये कपड़े हवा को शरीर तक पहुंचने देते हैं और पसीने को सोखने में मदद करते हैं। इससे शरीर ठंडा रहता है और गर्मी के प्रभाव से बचाव होता है।
दिन के गर्म घण्टों में धूप से बचना बहुत जरूरी है। खासकर दोपहर के समय में जब सूरज की तपिश अधिक होती है। अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो हमेशा धूप से बचने के लिए हेडकवर (सिर पर टोपी या छाता) का उपयोग करें। धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन क्रीम का भी उपयोग करें।
गर्मी के मौसम में व्यायाम करते समय सावधानी बरतें। अधिक गर्मी में व्यायाम करने से शरीर पर अत्यधिक दबाव पड़ सकता है। इसलिए सुबह या शाम के समय व्यायाम करें, जब तापमान कम होता है। यदि शरीर में अत्यधिक गर्मी महसूस हो, तो ठंडे पानी से स्नान करें या चेहरे, हाथों और पैरों पर ठंडे पानी के छींटे मारे। इससे शरीर का तापमान कम होगा और आराम मिलेगा।
ताजे फल और सब्जियां गर्मी में शरीर को ठंडक प्रदान करती हैं। जैसे तरबूज, खीरा, ककड़ी, नारियल आदि शरीर को हाइड्रेटेड रखते है और गर्मी से बचाव करते हैं। इनका सेवन बढ़ाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। घर के अन्दर ठंडक बनाये रखने के लिए पंखे का उपयोग करें। यदि संभव हो तो एयरकंडीशनर का भी इस्तेमाल करें। खिड़कियां और दरवाजे खोलकर प्राकृतिक हवा का आनंद लें, लेकिन बहुत गर्मी के दौरान एयरकंडीशनर का उपयोग करना ज्यादा लाभकारी होता है।
गर्मी में भारी, तला-भुना और मसालेदार भोजन करने से बचें। यह शरीर को अधिक गर्म करता है और पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। हल्का और सुपाच्य भोजन करें, जिसमें ज्यादा पानी और पोषक तत्व हो। गर्मी में सतर्क रहना न केवल शरीर की भलाई के लिए जरूरी है, बल्कि यह जीवन को भी सुरक्षित बनाता है।
गर्मी के मौसम में विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है। इन व्यक्तियों का शरीर तापमान को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होता, और उन्हें हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए इन व्यक्तियों का अधिक ध्यान रखना चाहिए।
बुजुर्गों को अधिक पानी पीने के लिए प्रेरित करें और घर में ठंडा वातावरण बनाये रखें। उन्हें अधिक गर्मी के सम्पर्क में न आने दें। बच्चों को बहुत देर तक धूप में न खेलने दें, क्योंकि उनका शरीर गर्मी को सहन करने में उतना सक्षम नहीं होता है। उन्हें हाइड्रेटेड रखें और ठंडी जगह पर रखें।
जो लोग खुले में काम करते हैं, जैसे किसान, मजदूर आदि उन्हें ठंडी जगह पर आराम करने का समय देना चाहिए। उन्हें पानी और नमी वाले आहार प्रदान करने चाहिए। गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए हमेशा आपातकालीन योजना तैयार रखें। गर्मी से संबंधित समस्याओं जैसे डीहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक आदि के लिए चिकित्सा सहायता प्राप्त करने का तरीका जानें। अगर किसी व्यक्ति को गर्मी के कारण तबियत खराब हो तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
अपने समुदाय में गर्मी के प्रकोप से बचने के उपायों के बारे में जागरूकता फैलायें। यह समाज को और अधिक सुरक्षित बनायेगा और हम सभी एक स्वस्थ वातावरण में रह सकते हैं। गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए हमें सतर्कता बरतने और उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। पानी का सही सेवन, हल्के कपड़े पहनना, धूप से बचना, सही आहार लेना और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करने से हम इस मौसम को बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के पार कर सकते हैं।
साथ ही, गर्मी में परिवारों और समाज की सुरक्षा को सुरक्षित करने के लिए हमें सामूहिक रूप से काम करना चाहिए। केवल सतर्कता और सही उपायों से ही हम गर्मी के प्रकोप से बच सकते हैं और अपने जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं।
गर्मियों में क्या खाएं और क्या न खाएं
गर्मी का मौसम अपने साथ चिलचिलाती धूप, पसीना और थकावट लेकर आता है। इस मौसम में शरीर जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे थकावट, चक्कर आना और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। ऐसे में सही खान-पान न केवल सेहतमंद बनाए रखता है, बल्कि गर्मी के असर से भी बचाता है। आइए जानें, गर्मियों में क्या खाएं और किन चीजों से परहेज करें।
गर्मियों में क्या खाएं?
पानी वाले फलः तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, संतरा, मौसंबी जैसे फल शरीर को ठंडक देते हैं और पानी की कमी पूरी करते हैं।
घर का बना शरबत: आम पना, बेल का शरबत, नींबू पानी, छाछ (मट्ठा) जैसे पेय शरीर को ठंडा रखते हैं और एनर्जी भी देते हैं। दही और छाछ पेट के लिए फायदेमंद और ठंडक देने वाले।
हल्का और सुपाच्य खाना: दलिया, खिचड़ी, मूंग दाल, हरी सब्जियां जैसी चीजें पचाने में आसान होती हैं।
गर्मियों में क्या न खाएं?
तेल-मसाले वाला खाना बहुत ज्यादा तला-भुना या मसालेदार भोजन पाचन में भारी होता है और शरीर को गर्मी देता है।
फास्ट फूड और बाहर का खानाः सड़क किनारे मिलने वाला कटा फल या खुला खाना बैक्टीरिया से भरा हो सकता है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है।
गैस वाली कोल्ड ड्रिंक्स: ये शरीर को थोड़ी देर के लिए ठंडा महसूस कराते हैं, लेकिन इनमें शुगर और केमिकल्स ज्यादा होते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक है।
गर्म प्रकृति वाले फल: अधिक मात्रा में आम, कटहल, लीची जैसी चीजें शरीर में गर्मी बढ़ा सकती हैं, इसलिए संतुलित मात्रा में खाएं।
कैफीन और शराबः चाय, कॉफी, शराब जैसी चीजें शरीर को डिहाइड्रेट कर सकती हैं। गर्मियों में इनका सेवन कम करना बेहतर होता है।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।