लगातार मानसिक तनाव स्वास्थ्य को करता है प्रभावित      Publish Date : 30/04/2025

लगातार मानसिक तनाव स्वास्थ्य को करता है प्रभावित

                                                                                                            डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज ही कर देते हैं। यह समस्या केवल मानसिक बीमारियों तक की सीमित नहीं होती है, बल्कि हमारी सोचने, महसूस करने, निर्णय लेने और जीवन की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता को भी दर्शाता है। जब हमारा मानसिक स्वास्थ्य ठीक होता है तो हम न केवल अपने जीवन में संतुलन बनाए रख पाते हैं बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत रिश्तों को भी बेहतर ढंग से निभा सकते हैं।

लेकिन जब हमें तनाव लगातार बना रहता है तो यह एक चिंता का रूप ले लेता है। लंबे समय तक तनाव रहने पर हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां, डायबिटीज आदि के होने की सम्भावना बढ़ जाती है और रोग इसका प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप तनाव का कोई अपने शरीर में खाता न खोले और यथा सम्भव इससे बचकर रहने का प्रयास करें।

मानसिक तनाव के क्या होते हैं लक्षण

                                              

हमारे स्वास्थ्य पर भी हमारी मानसिक स्थिति का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। लंबे समय तक मानसिक तनाव रहने पर हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां, डायबिटीज और यहां तक की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी बुरा असर पड़ सकता है। मानसिक थकान से नींद की समस्या, भूख में कमी या अधिकता और ऊर्जा में गिरावट जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं, इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज करने की गलती बिल्कुल न करें।

मानसिक तनाव होने से रिश्तों में बढ़ती है दूरियां

रिश्तों पर भी मानसिक स्वास्थ्य का सीधा प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया है। एक मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति अपने परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ स्वस्थ संवाद स्थापित करता है, वहीं अगर कोई व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान रहता है तो उसका गुस्सा, चिड़चिड़ापन और उदासी रिश्तो में दूरियां पैदा कर सकती हैं।

मानसिक तनाव से विचारों पर पड़ता है प्रभाव

मानसिक स्वास्थ्य का प्रभाव सबसे पहले हमारे विचारों पर ही पड़ता है। एक स्वस्थ मन सकारात्मक सोच विकसित करता है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति अपनी क्षमताओं पर भरोसा करता है। इसके विपरीत मानसिक तनाव चिंता या अवसाद की स्थिति में व्यक्ति नकारात्मक विचारों से घिर जाता है, जिससे जीवन के प्रति दृष्टिकोण भी नकारात्मक हो सकता है।

मानसिक तनाव की स्थिति में ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है

पढ़ाई और कार्य क्षेत्र में भी मानसिक स्वास्थ्य की अहम भूमिका होती है। एक सकारात्मक और स्थिर मानसिक स्थिति से कार्य क्षमता बढ़ती है, निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है और समस्या के समाधान की योग्यता भी विकसित होती है। लेकिन यदि व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर हो तो वह न तो अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर पाता है और न ही अपनी जिम्मेदारियां को पूरी तरह निभा पाता है।

मानसिक तनाव से से कैसे बचेः चूँकि तनाव हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित करता है। सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की शारीरिक स्वास्थ्य। एक स्वस्थ मन ही खुशहाल जीवन की नींव डाल सकता है। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल को अपनी प्राथमिकताओं में जरूर शामिल करें, क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य आपके जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है।

                                           

एक स्वस्थ मन आपको तनाव से निपटने मजबूत संबंध बनाने और बेहतर जीवन जीने में मदद करता है। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का आपसे शारीरिक स्वास्थ्य रिश्तों और पेशेवर जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने आत्म छवि को बेहतर बनाने, रिश्तो को मधुर बनाने और समग्र कल्याण में सुधार करने के लिए सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य कई कारकों जैसे कि कम स्कूल रिश्ते, वित्तीय समस्याएं, जीवन के अनुभव, शारीरिक स्वास्थ्य की स्थिति और अत्यधिक तनाव से प्रभावित होता है।

मानसिक तनाव को कम करने हेतु स्वयं से संवाद करें

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम समय-समय पर स्वयं के साथ संवाद करें। योग और ज्ञान का अभ्यास करें, पर्याप्त नींद ले और संतुलित आहार का सेवन करते रहें। यदि जरूरत महसूस हो तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह भी ले सकते हैं, लेकिन आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए तनाव मुक्त रहे अच्छी नींद ले इससे आपको आराम मिलेगा।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।