
तापमान में तेजी से वृद्धि, शरीर में पानी की कमी होने से बचाएं Publish Date : 28/04/2025
तापमान में तेजी से वृद्धि, शरीर में पानी की कमी होने से बचाएं
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
- लू-प्रकोप से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी की गाइडलाइन
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
शुक्रवार को मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ की ओर से जारी की गई। एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (40 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है। आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगो को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
जिलाधिकारी बुलंदशहर अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय बुलन्दशहर द्वारा हीटवेव/लू-प्रकोप से बचाव हेतु जनपद वासियों को निम्न बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है-
हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या न करें’
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
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हीट वेव/लू प्रकोप से बचाव हेतु ‘क्या करें’
- कड़ी धूप में अनावश्यक बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के मध्य।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओ आर एस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमल करें।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।