खरबूजा की अगेती बुवाई करने के लिए एक अच्छी वेरायटी      Publish Date : 02/11/2024

            खरबूजा की अगेती बुवाई करने के लिए एक अच्छी वेरायटी

                                                                                                                                           प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 वर्षा रानी

15 नवंबर से करें खरबूजा की अगेती खेती

                                                          

किसान अगर उचित समय पर अगेती खरबूजे की फसल की खेती करते हैं तो उन्हें इसकी फसल की कीमत अधिक मिलती है, जबकि समय निकलने के बाद अगर किसान इसकी फसल की खेती करते हैं तो उन्हें कीमत आधी से भी कम मिल पाती है। जैसे कि गर्मियों में इस फल की कीमत शुरुआती दिनों में आसमान छूती है। ऐसे में यदि किसान फसल अभी सही समय पर लगा देंगे तो मंडी में सही समय पर आपकी फसल पहुंच जाएगी और उन्हें इसकी कीमत भी अच्छी खासी मिलती है।

असल में आज हम बात कर रहे हैं खरबूजा की खेती की 15 नवंबर से, नवंबर महीने के अंत तक यदि किसान खरबूजा की बुवाई कर लेते हैं तो उनकी फसल सही समय पर मंडी में पहुंच जाएगी और कीमत 40-45 प्रति किलोग्राम से अधिक ही मिलती है।

अब हम आपको बताते हैं कि कृषि विशेषज्ञ ने खरबूजा के कौन सी वेराइटी बताई है और खरबूजा की खेती करते समय किसानों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे कि उत्पादन में कमी ना हो।

खरबूजा की वेरायटी

                                                         

खरबूजा दो प्रकार के सामान्य तौर पर देखे जाते हैं एक तो हरी पट्टी वाला खरबूजा जिसे ग्रीन पट्टीदार खरबूजा भी कहते हैं और दूसरा है जाली वाला खरबूजा जो कि पीले रंग का होता है। इसमें हरे रंग की पतली सी जाली होती है, जिसमें उसकी वैरायटी में आप नो सीड्स के कुंदन, बॉबी, मृदुल, मुस्कान लगा सकते हैं। इसके अलावा नामधारी का एनएस-915 भी अच्छी वैरायटी है।

लेकिन अगर हरी पट्टी वाला खरबूजा लगाने चाहते हैं तो उसके लिए पाहुजा सीड्स, आरके सीड्स मधुबाला एक अच्छी क्वालिटी है। इसके अलावा किसान भाई अपने स्थानीय डिमांड के अनुसार वैरायटी का भी चयन कर सकते हैं।

खरबूजा की खेती में इन बातों का रखे ध्यान

                                                                

खरबूजा की खेती करना आसान है। लेकिन जैसे कि सर्दियों में आपको कई सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। फसल को कोहरा से बचाने जरूरत होती है, जिसके लिए किसान भाई क्रॉप कवर का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा खरबूजा में फ्रूट फ्लाई का प्रकोप भी देखने को मिलता है। अतः इसको कंट्रोल करने के लिए भी किसान ट्रैप का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही खरबूजा के बीजों को 1 फीट की दूरी पर बोना चाहिए और बेड में बुवाई कर रहे हैं तो 6 फीट की दूरी में दो बेड बनाना चाहिए।

अच्छे उत्पादन के लिए खाद का इस्तेमाल करें। बुवाई से पहले खेत में अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद चार-पांच ट्रॉली की मात्रा में डालें। साथ ही अपनी मिट्टी की जांच करवाने के बाद जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता हो उसके अनुसार आप खाद का प्रयोग करना चाहिए।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।