राइनोरिया के लिए होम्योपैथिक उपचार      Publish Date : 25/09/2025

                 राइनोरिया के लिए होम्योपैथिक उपचार

                                                                                                                                                                    डॉ0 राजीव सिेह एवं मुकेश शर्मा

सीएसएफ राइनोरिया क्या है?

सीएसएफ या मस्तिष्कमेरु द्रव मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में पाया जाने वाला एक शारीरिक तरल पदार्थ है। मस्तिष्क के निलय का कोरॉइड प्लेक्सस प्रतिदिन लगभग 500 मिलीलीटर सीएसएफ उत्पन्न करता है। सीएसएफ एक पारदर्शी, रंगहीन तरल पदार्थ है जो मस्तिष्क के निलय के साथ-साथ मस्तिष्क और मेरुमज्जा के आसपास के क्षेत्र में भी मौजूद होता है।

सीएसएफ एक कुशन या आघात अवशोषक के रूप में कार्य करता है और मस्तिष्क को चोटों, आघातों और झटकों से बचाता है। सीएसएफ के अन्य कार्यों में तंत्रिका तंत्र के ऊतकों को पोषण प्रदान करना और मस्तिष्कीय चयापचय से अपशिष्ट उत्पादों को हटाना शामिल है। नाक से इस सीएसएफ द्रव के निकलने को सीएसएफ राइनोरिया या मस्तिष्कमेरु द्रव राइनोरिया कहा जाता है। राइनोरिया का होम्योपैथिक उपचार पौधों से प्राप्त होता है और सुरक्षित एवं प्राकृतिक है।

सीएसएफ राइनोरिया का कारण

                                                                 

सिर में चोट लगना सीएसएफ राइनोरिया का सबसे आम कारण है। सीएसएफ राइनोरिया आमतौर पर बेसल स्कल फ्रैक्चर का संकेत होता है। कुछ मामलों में, सीएसएफ राइनोरिया पिट्यूटरी एडेनोमा का लक्षण हो सकता है। एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी या अन्य न्यूरोसर्जिकल प्रक्रियाओं के दौरान सर्जिकल चोट लगने के बाद भी सीएसएफ राइनोरिया हो सकता है। उपरोक्त कारणों के अलावा, सीएसएफ राइनोरिया बढ़े हुए इंट्राक्रैनील दबाव के कारण भी हो सकता है।

सीएसएफ राइनोरिया के लक्षण क्या हैं और इसके निदान के लिए जांच क्या हैं?

सीएसएफ राइनोरिया का प्राथमिक लक्षण नाक से साफ़, पानी जैसा स्राव निकलना है। तरल पदार्थ का स्राव आमतौर पर नाक के एक तरफ से होता है। सिर को आगे की ओर झुकाने से यह लक्षण और भी बदतर हो जाता है। सीएसएफ राइनोरिया से पीड़ित कुछ व्यक्तियों में नाक से नमकीन तरल पदार्थ का गले में बहना भी एक लक्षण है। सीएसएफ राइनोरिया से मेनिन्जाइटिस होने का खतरा रहता है।

सीएसएफ राइनोरिया के निदान परीक्षण में बीटा-2 ट्रांसफ़रिन परीक्षण शामिल है। बीटा-2 ट्रांसफ़रिन एक प्रोटीन है जो विशेष रूप से सीएसएफ में मौजूद होता है और इस प्रकार सीएसएफ राइनोरिया की पुष्टि करने में मदद करता है। सीएसएफ राइनोरिया के संदिग्ध मामलों में किए जाने वाले अन्य परीक्षणों में सिर का सीटी स्कैन और सीटी सिस्टर्नाग्राफी शामिल हैं।

सीएसएफ राइनोरिया के लिए होम्योपैथिक उपचार

                                                                

होम्योपैथी में, राइनोरिया के लिए एक प्रमुख होम्योपैथिक दवा हेडेरा हेलिक्स है। हेडेरा हेलिक्स, एरालियासी परिवार के सामान्य आइवी की एक प्रजाति से प्राप्त होता है। इस पौधे की युवा टहनियों और फूलों वाली टहनियों का उपयोग पोटेंटाइजेशन प्रक्रिया द्वारा हेडेरा हेलिक्स बनाने के लिए किया जाता है। हेडेरा हेलिक्स राइनोरिया के लिए एक बहुत ही प्रभावी होम्योपैथिक उपचार है।

लेखक: मुकेश शर्मा होम्योपैथी के एक अच्छे जानकार हैं जो पिछले लगभग 25 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हे। होम्योपैथी के उपचार के दौरान रोग के कारणों को दूर कर रोगी को ठीक किया जाता है। इसलिए होम्योपैथी में प्रत्येक रोगी की दवाए, दवा की पोटेंसी तथा उसकी डोज आदि का निर्धारण रोगी की शारीरिक और उसकी मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती है। अतः बिना किसी होम्योपैथी के एक्सपर्ट की सलाह के बिना किसी भी दवा सेवन कदापि न करें। अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी एवं उपचार के लिए फोन नं0 9897702775 पर सम्पर्क करें।

डिसक्लेमरः प्रस्तुत लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के अपने विचार हैं।