
नदियों के पानी की समस्या Publish Date : 20/08/2025
नदियों के पानी की समस्या
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 शालिनी गुप्ता
राज्य के हिस्से का शेष 0.60 एमएएफ पानी लेने का प्रयासः मंत्री रावत
पंजाब से नदियों का कम मिल रहा पानी, नदियां भी दूषित हैं और फैला रहीं है बीमारियाँ-
किडनी और कैंसर के रोगी भी बढ़े
विधायक रुपिन्द्र सिंह कुन्नर के प्रश्न के जवाब में मंत्री सुरेश रावत ने स्वीकार किया कि पंजाब के लुधियाना शहर का प्रदूषित जल सतलुज नदी में प्रवाहित किया जाता है। इसके अलावा जालंधर, नाकोदर तथा फगवाड़ा शहरों का सीवरेज जल एवं औद्योगिक अपशिष्ट काली बेन में प्रवाहित किए जाते हैं, जो कि बाद में सतलुज नदी में ही मिल जाता है। सतलुज नदी का पानी हरि के बैराज से इन्दिरा गांधी नहर, सरहिन्द फीडर व बीकानेर कैनाल के माध्यम से राजस्थान में आ रहा है, जिसमें बीकानेर कैनाल का पानी गंग कैनाल में प्रवाहित होता है। इस दूषित जल के चलते गंगानगर, हनुमानगढ़ सहित 12 अन्य जिलों में कैंसर, किडनी जैसी गंभीर बीमारियाँ बहुत तेजी से फैल रही हैं।
’हमारा पानी पाक जा रहा’
विधानसभा में बुधवार को जलदाय और जल संसाधन विभाग की अनुदान मांगों की चर्चा के दौरान पाकिस्तान जा रहे पानी को रोक नहीं पाने, उससे पश्चिमी राजस्थान में पानी की कम आपूर्ति होने, जल जीवन मिशन घोटाले और गिरते भूजल स्तर से जुड़े मुद्दे छाए रहे। कांग्रेस के रुपिन्दर सिंह कुन्नर ने गंगानगर और हनुमानगढ़ में पानी की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हमारा पानी पाकिस्तान की तरफ छोड़ा जा रहा है। पाकिस्तान जाने वाले पानीं को राजस्थान की कैनाल की तरफ डायवर्ट कर लोगों तक पहुंचाया जाए।
विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पंजाब से जुड़े पानी के मुद्दों की गूंज रही। एक सवाल रावी-व्यास नदी जल समझौते से जुड़ा था तो वहीं दूसरा सवाल पंजाब के लुधियाना से आ रहे गंदे पानी से जुड़ा था। विधायकों ने समझौते के अनुसार राजस्थान के हक का पूरा पानी दिलाने और गंदा पानी रुकवाने की मांग सदन में उठाई थी।
भाजपा के कालीचरण सराफ ने रावी-व्यास नदी से पानी देने के लिए राजस्थान और पंजाब के बीच वर्ष 1981 से जुड़े एक समझौते को लेकर सवाल किया। जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने जवाब में कहा कि रावी-व्यास नदियों के अधिशेष जल में से राज्य के हिस्से का शेष 0.60 एमएएफ पानी प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमे की प्रभावी पैरवी के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता की नियुक्ति भी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि समझौते के तहत राजस्थान को 8.60 एमएएफ पानी निर्धारित किया गया था, इसके सापेक्ष, वर्तमान में इसमें से 8 एमएएफ पानी राज्य को मिल रहा है।
किडनी-कैंसर के रोगी बढ़े
विधायक रुपिन्द्र सिंह कुन्नर के प्रश्न के जवाब में मंत्री सुरेश रावत ने स्वीकार किया कि पंजाब के लुधियाना शहर का प्रदूषित जल सतलुज नदी में प्रवाहित किया जाता है। इसके अलावा जालंधर, नाकोदर तथा फगवाड़ा शहरों का सीवरेज जल एवं औद्योगिक अपशिष्ट काली बेन में प्रवाहित किए जाते हैं, जो कि बाद में जाकर सतलुज नदी में ही मिल जाता है। सतलुज नदी का पानी हरि के बैराज से इन्दिरा गांधी नहर, सरहिन्द फीडर व बीकानेर कैनाल के माध्यम से राजस्थान में आ रहा है, जिसमें बीकानेर कैनाल का पानी गंग कैनाल में प्रवाहित होता है। इस दूषित जल के कारण गंगानगर, हनुमानगढ़ सहित 12 अन्य जिलों में कैंसर, किडनी जैसी गंभीर एवं घातक बीमारियाँ भी तेजी से फैल रही हैं
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।