कामयाबी की संभावनाओं पर ध्यान दे बाधाओ को नजरअंदाज करें      Publish Date : 03/06/2025

कामयाबी की संभावनाओं पर ध्यान दे बाधाओ को नजरअंदाज करें

किसी भी स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए ग्राहकों को वास्तविकता से अवगत कराये-

आजकल हर व्यक्ति कोशिश करके अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहता है। चाहे कोई भी छात्र हो या पेशेवर उनके दिमाग में चलता रहता है कि वह अपना स्टार्टअप स्टार्ट करें और आगे बढ़े। इसमें कोई संदेह नहीं है कि एंटरप्रेन्योरशिप में उद्योग को समाज को बदलने की क्षमता है] हालांकि ऐसे में एक भी गलत कदम एंटरप्रेन्योर और उनके बिजनेस दोनों को मुश्किलों में डाल सकता है। दरअसल उद्यमी अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े और आकर्षक वादे तो कर देते हैं, लेकिन उन्हें पूरा करने में समय लगता है या वह नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वे लोगों को प्रेरित करने और झूठ बोलने के बीच एक महीन रेखा पर चले जाते हैं इसी वजह से उनके धोखे के जाल में फंसने की संभावना बनी रहती है। इससे बचने के लिए उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे वह अपने स्टार्टअप में सफल हो सके।

क्या हो हासिल करने योग्य लक्ष्य

यदि आप एक उद्यमी है और अगर आप नहीं चाहते कि आपका ग्राहक और बाजार में प्रतिबंध आपको धोखेबाज या झूठे वादे करने वाला इंसान समझ तो इसके लिए सबसे पहले एक व्यवहारिक लक्ष्य निर्धारित करें। साथ ही हितधारकों को जोखिमों और व्यवहारिकताओं से अवगत कारण इसके अतिरिक्त चुनौतियों को काम करके केन की गलती कतई ना करें। आप चाहे तो फेल फास्ट तकनीक भी अपना सकते हैं। यह एक ऐसी तकनीकी है जिसमें असफल होने की संभावनाओं पर गहनता से विचार किया जाता है। आप इस तकनीक के माध्यम से आशाजनक विकल्पों की पहचान करके अपने बेहतर विकल्प का चुनाव आसानी से कर सकते हैं।

प्रोटोटाइप तकनीकी है कारगर

प्रोटोटाइप तकनीक का उपयोग करके आप किसी उत्पाद या प्रणाली का पहला नमूना या मॉडल पेश कर सकते हैं। यह एक प्रारंभिक संस्करण है जिसे किसी अवधारणा या भीम का परीक्षण करने फीडबैक प्राप्त करने और अंतिम उत्पाद को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इससे आप भविष्य से जुड़ी बेहतर योजनाएं बना सकते हैं।

जागरूक बने

उद्यमशीलता के प्रयासों से जुड़ी अनिश्चित के बारे में जागरूक रहना भी महत्वपूर्ण है। जब उद्यमी गोपनीयता के अनुचित दावे करते हैं साथ ही मुख्य पहलुओं के बारे में ठोस डाटा सामने नहीं रखते तो ऐसे में संदेह होना लाजमी है। धोखे पर नजर रखना तब और भी जरूरी हो जाता है जब किसी बात को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जाता है।

आप अति उत्साहित होने से बचे

अति महत्वाकांक्षा की उद्यमशीलता को ओवरऑल करने की आवश्यकता है और ओवरऑल का मतलब यह है कि किसी चीज को पूरी तरह से जांचना और मरम्मत करना या फिर किसी सिस्टम या प्रक्रिया को पूरी तरह से बदलने और सुधारना एक बेहतर उद्यमिता संस्कृति का निर्माण करना। हर किसी का काम है उद्यमी निवेदक व्यापार भागीदारी और कर्मचारी सभी को सतर्क रहना चाहिए उचित परिश्रम करना चाहिए और शुरुआती चरण में अति उत्साहित होने से बचना चाहिए।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।