समस्याओं से लड़कर ही प्राप्त होता है लक्ष्य      Publish Date : 20/04/2025

          समस्याओं से लड़कर ही प्राप्त होता है लक्ष्य

                                                                                                                        प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

हम जब भी किसी काम की शुरुआत करते हैं, तो जाहिर है कि उसमें मुश्किलें तो आती ही हैं। हमारी खूबी इस बात में है कि हम कैसे उन समस्याओं का सामना करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं। वस्तुतः आम तौर पर होता यह है कि लोग समस्याओं से घबरा जाते हैं और इसके चलते कभी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते।

                                         

यह केवल अपने मन को मजबूत बनाने की बात है। तभी आप समस्याओं से लड़कर लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं, इसे आप एक उदाहरण से समझ सकते हैं। 25 सितंबर, 2000 की बात है। फिलीपींस के जम्बोंगा सिटी में 11 साल की गरीब लड़की मैरिकेल ऐप्टैन अपने चाचा के साथ कहीं जा रही थी। रास्ते में चार-पांच गुंडों ने उन पर हथियारों से हमला बोल दिया। उसने भागने की कोशिश की, पर पकड़ी गई। एक गुंडे ने उसके गले पर चाकू से वार किया और वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो उसने देखा कि चाचा की हत्या हो चुकी है और उसकी दोनों हथेलियां भी कट चुकी हैं और हाथ से लटक रही हैं। गर्दन से भी खून बह रहा है। वह घर की ओर भागी।

अस्पताल में 5 घंटे लम्बे चले ऑपरेशन के बाद उसकी जान तो बच गई, पर डॉक्टर उसका हाथ नहीं बचा पाए। उन लोगों पर संपत्ति विवाद को लेकर हमला किया गया था। इस बीच बदमाशों ने उसका घर भी लूटकर जला दिया। परन्तु उस लड़की ने इन कठिन हालात में भी ईश्वर और खुद पर भरोसा नहीं छोड़ा। मैरिकेल ने हाई स्कूल करने के बाद बिना हाथों के 2008 में होटल मैनेजमेंट का कोर्स पूरा किया और खाना बनाने के शौक के कारण एक मशहूर शेफ बन गई।

                                      

हाथों से मजबूर होने के बावजूद उसके जीवन में आगे बढ़ने के जज्बे को देखते हुए ही वह चर्चा में आ गई। होटल के उसके सहयोगी उससे बहुत प्रभावित हैं। हम जीवन में आने वाली छोटी-मोटी परेशानियों से घबरा कर आत्मविश्वास गंवा बैठते हैं, ऐसे में हमें इस महिला शेफ की सफलता से सबक जरूर लेना चाहिए

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।