
अब हिंदी माध्यम से कीजिए एमबीए Publish Date : 13/04/2025
अब हिंदी माध्यम से कीजिए एमबीए
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
रोजगारोन्मुख बनाने के उद्देश्य से स्थापित महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), वर्धा ने पहली बार दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से मैनेजमेंट के क्षेत्र में मास्टर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एमबीए), बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (बीबीए), पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट (पीजीडीबीएम), डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट (डीबीएम) की पढ़ाई शुरू की है।
विश्वविद्यालय के कुलपति साहित्यकार विभूति नारायण राय कहते हैं कि इससे पहले प्रबंधन जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को हिंदी में चलाया जाना एक मिथक के रूप में लिया जाता था, लेकिन अब इस विश्वविद्यालय ने जोखिम उठा कर यह साबित कर दिखाया कि प्रबंधन पाठ्यक्रम हिंदी माध्यम से भी चलाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है। अधिकांश बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ अपने उत्पाद को हिंदी के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुँचाना चाहती है। हिंदी माध्यम से एमबीए करने पर तुरंत ही रोजगार मिलेगा, क्योंकि हिंदी अधिकांश उपभोक्ताओं की भाषा है। वहाँ से एमबीए करने वाले किसी भी कंपनी में बेहतर ढंग से काम कर सकेंगे।
प्रबंधन पाठ्यक्रमों के संयोजक डॉ. एम. एम. मंगोड़ी ने बताया कि गत वर्ष तकरीबन 300 विद्यार्थियों ने हिंदी माध्यम से प्रबंधन पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया था। पिछले सत्र की सफलता को देखते हुए इस वर्ष भी विश्वविद्यालय ने देशभर से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने हेतु आवेदन आमंत्रित किए और करीब 700 विद्यार्थियों ने इन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन भेजे हैं। विश्वविद्यालय के परामर्शदाता एवं प्रबंधन विषयों के विशेषज्ञ डॉ. एस कुमार कहते हैं कि यहाँ विद्यार्थियों को प्रबंधन के सिद्धांत के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान से भी रूबरू कराया जाएगा ताकि प्रबंधन पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों में दक्षता एवं विश्वास एक साथ पैदा हो सके।
विपणन प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, उत्पादन एवं परिचालन प्रबंधन, व्यावसायिक वातावरण, व्यावसाविक नीतियाँ एवं रणनीतिक प्रबंधन, प्रबंधन सूचना प्रणाली एवं संगणक अनुप्रयोग, व्यावसायिक नियामक प्रारूप तथा वैकल्पिक के रूप में विपणन, मानव संसाधन प्रबंधन, बैकिंग एवं बीमा, वित्तीय प्रबंधन आदि विषयों को एमबीए पाठ्यक्रमों में शामिल किया गया है। उन्होंने आशा जताई कि यहाँ से पढ़ाई करने वालों को निश्चित रूप से उच्च वेतनमान पर नौकरी मिल सकेगी। देशभर में लगभग 50 अध्ययन केंद्रों के माध्यम से प्रबंधन की पढ़ाई करायी जा रही है। पीजीडीबीएम के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीसीए तथा डीबीएम के लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए।
प्रवेश प्रक्रिया
विश्वविद्यालय व पाठ्यक्रमों की विस्तृत जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.hindivishwa-org पर लॉग इन किया जा सकता है। साथ ही संयोजक, एमबीए व बीबीए पाठ्यक्रम, दूरस्थ शिक्षा केंद्र, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, पोस्ट-मानस मंदिर, गांधी हिल्स, वर्धा-442001 (महाराष्ट्र) व दूरभाष 07152-232957, 242814 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।