Indian Air Force Day-2025      Publish Date : 08/10/2025

                    Indian Air Force Day-2025

                                                                                                                                                                           प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

93 वर्ष की गौरवशाली शौर्यगाथा, किस पकार से भारतीय वायुसेना बनी दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर एयरफोर्स-

Indian Air Force Day-2025 : वर्तमान में भारतीय वायुसेना, विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली वायुसेना मानी जा रही है। भारतीय वायुसेना की असली ताकत लगभग 1,700 विमान, 60 एयरबेस, और 1.5 लाख से अधिक कर्मियों में निहित है। भारत अब न सिर्फ अपनी सीमाओं की प्रभावी रक्षा करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय मिशनों में भी बराबर योगदान देता रहा है।

                                     Indian Air Force Day-2025 :

                                                   

“कुछ लोग ज़मीन पर लड़ते हैं,

तो कुछ आसमान में इतिहास लिखते हैं।”

प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को भारत का वायुसेना दिवस (Indian Air Force Day) बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह वह दिन है जब भारतीय वायुसेना (AIF) की नींव रखी गई थी और नीले आसमान में भारत की शक्ति का परचम पहली बार लहराया था। इस प्रकार से वर्ष 2025 में भारतीय वायुसेना अपने 93वें स्थापना दिवस का जश्न मना रही है।

लेकिन क्या आपको पता है कि भारत ने अपनी वायुसेना कब तैयार की? इसकी जरूरत कब और कैसे महसूस हुई। हमारी वायुसेना का इतिहास कितना गौरवशाली है और इस साल वायुसेना दिवस 2025 की थीम क्या है। आइए जानते हैं भारतीय वायुसेना से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।

भारत की वायुसेना का गौरवशाली इतिहास

भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश शासन के दौरान की गई थी। उस समय यह एक छोटी सी टुकड़ी हुआ करती थी जिसमें कुछ ही पायलट और पुराने विमान शामिल थे। इसकी पहली उड़ान 1 अप्रैल 1933 को भरी गई, और तब से हमारी यह शक्ति लगातार बढ़ती जा रही है।

वर्ष 1945 में इसे Yoyal Indian Air Force का दर्जा मिला था। लेकिन वर्ष 1950 में जब भारत गणराज्य बना, तब इसमें से Royal शब्द को हटा दिया गया और यह केवल “Indian Air Force” (AIF) कहलाने लगी।

वायुसेना का शानदार प्रदर्शन

भारतीय वायुसेना ने वर्ष 1947, 1965, 1971 और 1999 के युद्धों में अपने पराक्रम से दुश्मनों के होश उड़ा दिए। वर्ष 1971 के बांग्लादेश युद्ध में प्।थ् की निर्णायक भूमिका इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है।

वर्ष 2025 की वायुसेना अब केवल युद्ध की ताकत मात्र ही नहीं, बल्कि तकनीकी नवाचार और आत्मनिर्भरता की भी पहचान बन चुकी है। मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए भ्।स् तेजस, प्रचंड अटैक हेलीकॉप्टर, और जल्द आने वाला AMCA (Advanced Medium Comabt Aircraft) भारत को उन चुनिंदा देशों में शामिल कर रहा है, जो अपनी बेशुमार हवाई ताकत स्वयं ही बनाते हैं। AIF अब स्पेस-टेक्नोलॉजी, ड्रोन वारफेयर, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित मिशनों के साथ भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है।

वायुसेना के कुछ गौरवशाली ऑपरेशन

                                                          

भारत की वायुसेना ने कई ऑपरेशनों में अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया है, जैसे-

ऑपरेशन मेघदूत (वर्ष 1984): सियाचिन ग्लेशियर पर विजय।

ऑपरेशन रॉम्बो (वर्ष 1988): मालदीव में आतंकवादियों पर महत्वपूर्ण कार्यवाई।

बालाकोट एयरस्ट्राइक (वर्ष 2019): पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकाने पर हवाई हमला।

ऑपरेशन सिंदूर (वर्ष 2024): सीमापार सबसे लंबी रेंज का हवाई प्रहार।

वायुसेना दिवस 2025 पर विशेष आयोजन

इस साल वायुसेना दिवस का मुख्य आयोजन हिंडन एयरबेस, गाज़ियाबाद में किया जाएगा, जहां सुखोई, राफेल, तेजस, जगुआर और मिराज आदि अन्य विमानों का शक्तिशाली प्रदर्शन होगा। देशभर में स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में AIF के इतिहास को समर्पित प्रदर्शनियाँ और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

भारत की वायु-शक्ति की विश्व में रैंकिंग

आज भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली वायुसेना मानी जाती है। इसकी ताकत लगभग 1,700 विमान, 60 एयरबेस, और 1.5 लाख से अधिक कर्मियों में निहित है। भारत अब न सिर्फ अपने सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय मिशनों में भी योगदान देता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।