भारत से घबराता अमेरिका      Publish Date : 22/08/2025

                       भारत से घबराता अमेरिका

                                                                                                                                                               प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

आज भारत विश्व के केंद्र में खड़ा है, कहीं भी और किसी भी देश की बात भारत के बिना पूरी नहीं हो रही है। कोई भारत से प्रभावी मित्रता करने के लिए आतुर है तो कोई पूरी ताकत से शत्रुता के लिए भी तैयार है। कभी विश्व की महाशक्ति कहा जाने वाला अमेरिका आज भारत को ले कर जितना चिंतित दिखाई दे रहा है उतना तो वह कभी अपने सबसे पुराने शत्रु देश रूस को ले कर भी नहीं दिखाई दिया था।

ऐसे में अपने यहां के ही कुछ लोग राग अलाप रहे हैं कि अब भारत का क्या होगा? उन्हें यह समझ में यह नहीं आ रहा है कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश भारत से इसलिए डरा हुआ है क्योंकि उसे अपनी डूबती अर्थव्यवस्था और भारत की तेजी से बढ़ती आर्थिक स्थिति दिखाई दे रही है।

ऐसे में खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली कहावत वाली स्थिति जैसी अमेरिका का व्यवहार हो गया है। इसमें कोई संदेह नहीं कि विश्व के सभी ताकतवर देशों से अपना व्यापारिक संबंध अच्छा रहना चाहिए, लेकिन अब भारत ऐसी स्थिति में नहीं है कि यह समझौते एकतरफा हों, बल्कि वहीं समझौते हमे करने चाहिए जो देश का हित कर रहे हों। भारत अब अपनी शर्तों पर समझौते करता है और यही बात अमेरिका को चुभ रही है।

ऐसे में स्वाभाविक है कि अमेरिका नमक देश का अस्तित्व ही विश्व ने व्यापार के लिए है इसलिए भारत उनके लिए चुनौती बन रहा है। हम लोग भी अमेरिकी सामानों का बायकॉट करें, यदि हम व्यापार करते हैं, तो अमेरिकी सामानों का विकल्प ढूंढे। हम अपने देश की शक्ति और बढ़ाएं, क्योंकि यह एक अटल सत्य है कि शक्ति का कोई विकल्प नहीं होता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।