संकल्प से शक्ति कैसे प्राप्त करें      Publish Date : 15/08/2025

                              संकल्प से शक्ति कैसे प्राप्त करें

                                                                                                                                                         प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

मनुष्य अपने संकल्प के बल पर बहुत कुछ प्राप्त कर सकता है। संकल्प की शक्ति अनूठी होती है और इस शक्ति के बल पर ऐसे चमत्कार किए जा सकते हैं, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। हम हारने लगते हैं, थकने लगते हैं और बार-बार की असफलता हमें निराश करने लगती है। ऐसे में हमारा मन भी उदासी से भर जाता है। ऐसे समय मन का दृढ़ संकल्प हमें एक सही रहा दिख सकता है। संकल्प विभिन्न व्यक्ति जीवन में असफलता को प्राप्त करता है इससे जीवन का उद्देश्य खोने लगता है। जब तक संकल्प है तभी तक जीवन में जीवशक्ति है। संकल्प के न होने पर जीवशक्ति भी शिथिल होने लगती है।

हम अपने उद्देश्यों तक पहुंच पाते हैं। संकल्प की शक्ति के सहारे ही भगवान श्री राम ने नल, नील और बंदरों की मदद से अगाध समुद्र पर पुल बांध लिया था। अगर संकल्प दृढ़ ना होता तो यह कभी संभव नहीं हो पाता। दरअसल दशरथ मांझी ने अपने संकल्प के बल पर ही कठोर चट्टान को काटकर मार्ग बना दिया था। इसके अंत तक प्रयास ने संकल्प के लिए चमत्कार को सबसे के सामने प्रस्तुत किया। अरुणिमा सिन्हा ने एक पैर के सहारे ही एवरेस्ट की छोटी को जीवित किया, यह संकल्प ही उसके सहारे गोताखोर समुद्र की गहराइयों तक पहुंचता है। अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष के रहस्यों को समझता है उनका संकल्प अनुसंधान को नई दिशा देता है।

                                                           

हमें जीवन में कोई भी कार्य करने से पहले कर मुक्ति का संकल्प लेना होगा। इससे कार्य के प्रति हमारा समर्पण गहरा होने लगेगा। जब समर्पण गहरा होगा तो निश्चित ही सफलता हमारे कदम चूमेगी और हम बीच में अपने उद्देश्यों से नहीं भटकेंगे। संकल्प की सामर्थ्य अकल्पनीय है। संकल्प के लिए दृढ़ता का भाव अत्यंत आवश्यक है, ऐसा इसलिए क्योंकि प्राय थोड़ी सी कठिनाइयों में ही मनुष्य विचलित होने लगता है जिससे संकल्पना की सिद्धि संभव नहीं हो पाती है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।