भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति      Publish Date : 08/07/2025

                  भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति

                                                                                                                                                    प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

वर्तमान में हमारा देश आर्थिक रूप से शक्तिशाली देशों में एक कदम और ऊपर की ओर बढ़ते हुए विश्व के आर्थिक रूप से सुदृढ़ देशों में चौथे पायदान कर आ गया है। ऐसा लगता है कि आगामी 2 वर्षों में हम अमेरिका और चीन के बाद विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। एक समय ऐसा भी था, जब हम अर्थव्यवस्था के निचले पायदानों पर हुआ करते थे और हमारी विकास दर भी बहुत कम होती थी और उस समय विश्व में हमारी विकास दर को ‘हिंदू विकास दर’ कह कर हमारा मजाक उड़ाया जाता था।

                                                              

15 वीं से 17 वीं शताब्दी तक हम और चीन विश्व की अर्थव्यवस्था में क्रमांक 1 और 2 पर होने का खेल खेलते रहते थे अर्थात कभी भारत तो कभी चीन क्रमांक 1 पर रहता था। अंग्रेजों की गुलामी के कालखंड में हमे न केवल आर्थिक रूप से लूटा गया बल्कि हमारे पारंपरिक आर्थिक स्रोतों को भी पूरी तरह से नष्ट किया गया।

विगत 10 वर्षों में भारत में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन यह हुआ कि जिस हिंदू के नाम से कभी हमारा मजाक बनाया जाता था वहीं हिंदू शब्द हमारे स्व-तत्व को जगाने का माध्यम बन गया और आज की बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था का नाम फिर से ‘हिंदू विकास दर’ हो गया है। इसमें अंतर केवल इतना है कि अब यह हीनता के स्थान पर गौरव का शब्द बन गया।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।