
एक स्वस्थ दांपत्य जीवन के लिए कुछ टिप्स Publish Date : 06/06/2025
एक स्वस्थ दांपत्य जीवन के लिए कुछ टिप्स
दांपत्य में खुशियां बनाए रखना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है। हालांकि कुछ बातों का ध्यान रखकर आप एक अच्छी जीवनसाथी साबित हो सकती हैं।
जिंदगी उतार-चढ़ावों से भरी होती है और दांपत्य की राह में चुनौतियां भी अनेक होती है। आपकी जिंदगी में कोई हलचल होती है या आपके पार्टनर की जिंदगी में कुछ घटित होता है, इसका असर सिर्फ आप पर या पार्टनर पर नहीं पड़ता, बल्कि उससे आप दोनों की जिंदगी प्रभावित होती है। इस स्थिति में महत्वपूर्ण यह है कि ऐसी परिस्थितियों में आप किस प्रकार से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती हैं? अपने रिश्ते की सफलता को सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका को आकार देना आपके अपने वश में होता है।
विनम्रता सबसे अधिक मूल्यवान
दांपत्य की बेहतरी के लिए आपको अपने अहं पर नियंत्रण रखना जरूरी है। विनम्रता से दांपत्य की बड़ी-बड़ी उलझनों को आसनी और सहजता के साथ सुलझाया जा सकता है।
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जीवनसाथी के आने से आपकी जिंदगी में खुशियों ने जो दस्तक दी है। यह आप दिल से महसूस करती है, परन्तु अपनी इस प्रवृत्ति का अपने जीवनसाथी के सामने इजहार करना भी आवश्यक होता है। ऐसा करने से आपके जीवनसाथी भी सकारात्मक ऊर्जा महसूस होगी। उन्हें लगेगा कि दांपत्य की सफलता व आपको खुशियों का ख्याल रखना उनकी भी उतनी ही जिम्मेदारी है।
अपना ख्याल
सबसे पहले आपको स्वयं अपेन आप का ख्याल रखना होगा। ऐसा करने के बाद ही आप रिश्ते को अपना सौ फीसदी दे पाएंगी। इस क्रम में पर्याप्त नींद जरूरी है। अपर्याप्त नींद के चलते हम न सिर्फ अधिक थकान महसूस करते हैं, बल्कि इसके कारण ग्लूकोज का लेवल भी कम होता है, जिसका सीधा असर हमारी आत्मनियंत्रण को क्षमता पर पड़ता है। रिश्ते की सफलता के लिए आत्मनियंत्रण का गुण महत्वपूर्ण होता है।
जिन लोगों में आत्मनियंत्रण की क्षमता अधिक होती है, वे ही लोग अपने साथी के साथ सकारात्मक तरीके से पेश आते हैं। पर्याप्त नींद लेने के साथ ही अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें और ऐसे कार्यों पर फोकस करें, जिनसे आपको खुशी मिलती हो। तभी आप दूसरों को खुशियां बांट सकेगी। साथी व परिवार का ख्याल रखने के लिए स्वयं सेहतमंद होना भी बेहद जरूरी है।
यह समय है एक्शन का
आपका नजरिया व व्यवहार दांपत्य में सकारात्मककर्जा भर सकता है।
सकारात्मकताः जब साथी के साथ हों तो खुशी व आनंद का इजहार करें।
समझदारीः साथी की बात सुनें व उन्हें समझाने का प्रयास करें। अगर उनसे कोई भूल हो गयी हो तो माफ कर देना अच्छा होगा। किसी भी मामले में तत्काल निर्णय देने से बचे। भावनात्मक सुरक्षाः साथ मिलकर सुखद भविष्य के सपने संजोने व उन्हें साकार करने की कोशिशों के क्रम में साथी को यह जताना जरूरी है कि आपकी जिंदगी में उनकी क्या अहमियत है।
शेयरिंगः अपनी भावनाओं को साझा करें व साथी को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। यहां रिश्ते से आपकी क्या अपेक्षाएं हैं, यह दिखाना भी उतना ही जरूरी है।
साझा जिम्मेदारियां: घर व परिवार की जिम्मेदारियां बराबर से साझा करें।
जुड़ाव दिल सेः साथी के परिवार व करीबी दोस्तों को दिल से अपनाएं व कभी-कभी उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताने का प्रयास करें।