
कृषि क्षेत्र के विकास एवं ग्रामीण समृद्वि के लक्ष्य पर आगे बढ़ने का समय Publish Date : 11/03/2025
कृषि क्षेत्र के विकास एवं ग्रामीण समृद्वि के लक्ष्य पर आगे बढ़ने का समय
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए देश का संकल्प अपने आप में बहुत ही स्पष्ट है। हम सभी मिलकर एक ऐसे भारत के निर्माण में जुटे हैं, जहां किसान समृद्व हो और किसान सशक्त हो, साथ ही कोई किसान पीछे न छूटे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दो लक्ष्यों की ओर एक ही साथ बढ़ रहें हैं जिनमें से पहला है हमारे कृषि क्षेत्र का विकास और दूसरा है। हमारे गाँवों अर्थात ग्रामीण भारत की समृद्वि।
मोदी ने कृषि एवं ग्रामीण समृद्वि पर बजट बाद के एक वेबिनार को सम्बोधित करते हुए कहा, हमने कृषि को देश के विकास का पहला इंजन मानते हुए, अपने अन्नदाताओं को एक गौरवपूर्ण स्थान प्रदान किया है। मोदी ने कहा कि वर्तमान बजट उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट था। बजट में नीतियों की निरंतरता के साथ विकसित भारत के विजन में एक नया विस्तार भी दिखाई पड़ता है। वेबिनार में शामिल हितधारकों के लिए बजटपूर्व दिए गए सुझावों के प्रति अपना आभार भी प्रकट किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि अब बजट को अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने में उनकी जिम्मेदारी पहले से अधिक बढ़ गई है।
मोदी ने सरकार की नीतियों और निर्धयों को आगे बढ़ाने के लिए सभी हितधारकों के सुणवों को भी आमंत्रिम किया। उन्होने कहा कि यदि आप जैसे विशेषज्ञों और दूरदर्शी लोगों का सहयोग बना रहेगा तो योजनाएं भी जल्द ही सफल होती है और कहीं अधिक अच्छे परिणाम प्रदान करती हैं। आप लोेगों के योगदान से किसी भी योजना को पूरी मजबूती और पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारा जाना सम्भव होगा। मोदी ने कहा कि यह आवश्यक है कि इस बार बजटीय घोषणाओं को जमीन पर उतारने के लिए हम सब मिलकर तेजी से काम करें।
कृषि सुधारों ने बदली तस्वीर
प्रधानमंत्री ने बताया कि वर्तमान में भारत का कृषि उत्पादन अपने रिकार्ड स्तर पर है। जो कृषि उत्पादन 10-11 वर्ष पूर्व 265 मिलियन टन था वह आज बढ़कर 350 मिलियन टन से भी अधिक हो चुका है। यह सब हमारी सरकार की बीज से बाजार तक की सोच का परिणाम है। कृषि सुधार, किसानों के सशक्तिकरण और सुदृढ़ वैल्यू चैन आदि ने इसे म्भव बनाया है।
क्षमताओं का करें पूरा उपयोगः प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हमें देश की उपलब्ध कृषि क्षमताओं का उपयोग कर और बड़े लक्ष्य तक पहुँचना है। इसी दिशा में पीएम धन-धान्य कृषि योजना की भी घोषणा की गई है। उन्होने कहा कि यह योजना उनके लिए महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के अंतर्गत देश के सबसे कम कृषि उत्पादकता वाले 100 जिलों के विकास पर फोकस किया जाना है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समृद्व बनाने को प्रतिबद्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समृद्व बनाने के लिए प्रतिबद्व है। बजट में ग्रामीण समृद्वि और विकास कार्यक्रमों की घोषणाओं के चलते ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसारों की सम्भावनाओं में भी व्यापक स्तर पर वृद्वि हुई है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।