
अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी सम्पन्न Publish Date : 16/10/2025
अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी सम्पन्न
"पौष्टिक अनाज-समृद्ध किसान”
मेले की मुख्य विशेषता:
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170 से अधिक स्टाल लगाए गए।
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किसान मेले में 26 से 28 हजार किसानों एवं कॉलेज के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
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कुल रू0 40 लाख के बीजों की बिक्री की गई। जिसमें से रू0 20 लाख की बिक्री विश्वविद्यालय द्वारा की गई।
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लगातार चौथे वर्ष किसान मेले के आयोजन हेतु विश्वविद्यालय अथवा उत्तर प्रदेश सरकार से कोई वित्तीय सहयोग नहीं लिया गया।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ में जारी तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी के तृतीय दिवस में मेले का समापन कुलपति, डा0 के0के0 सिंह की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष, उपकार, लखनऊ, विशिष्ट अतिथि पदम श्री सेठपाल सिंह एवं पदम श्री भारत भूषण त्यागी के द्वारा किसान मेले का समापन किया गया। माननीय कुलपति महोदय ने मुख्य अतिथि एवं निदेशक प्रसार डॉ0 पी0के0 सिंह ने विशिष्ट अतिथियों को पुष्पों का गुच्छा व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 के0 के0 सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि मेले में लगाए गए स्टालों के माध्यम से किसानों ने तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया एवं बड़ी संख्या में किसानों एवं महिलाओं ने प्रतिभाग किया। स्टालों पर कृषि का आधुनीकरण कर कृषकों को बताया गया कि कृषि से अधिक उत्पादन कैसे प्राप्त किया जाए।
मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता, उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ ने अपने सम्बोधन में कहा कि लगातार परिवर्तित हो रही जलवायु के कारण कृषि उत्पादन कम हो रहा हैं। जिसके लिए हमारे वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन में नई-नई तकनीकियों का विकास कर किसानों को बता रहे है कि जलवायु परिवर्तन की परिस्थितियों में भी कृषक भाई अपनी फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि, पद्म श्री सेठपाल सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि, पद्म श्री भारत भूषण त्यागी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज किसान को बाजार से जोड़ने की आवश्यकता है ताकि किसान की आय में वृद्धि की जा सके।
पुरस्कार वितरण समारोह
पुरस्कार वितरण समारोह में मैसर्स शिवांगी इंटरनेशनल, मैनकाइंड एग्रीटेक प्राईवेट लिमिटेड़ एवं क्रिस्टल क्राप प्रोटेक्शन को ओवरऑल सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया। बैंक ग्रुप में प्रथम पुरस्कार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय के तकनीकी महाविद्यालय को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी के साथ-साथ विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्रो ंमें हापुड़ एवं अमरोहा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं कृषि विज्ञान केन्द्र गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और सम्भल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। निदेशकप्रसार, डॉ0 पी0 के0 सिंह ने बताया कि मेले में 170 स्टाल लगाये गये थे और विश्वविद्यालय एवं अन्य बीज कम्पनियों के द्वारा रू0 40 लाख से अधिक के बीज की बिक्री की गई, जिसमें प्रमुख गेहूँ एवं सरसों तथा दलहन के बीज थे। इस बार किसान मेले में लगभग 26 से 28 हजार किसानों एवं कॉलेज के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। लगातार चौथे वर्ष किसान मेले के आयोजन हेतु विश्वविद्यालय अथवा उत्तर प्रदेश सरकार से कोई वित्तीय सहयोग नहीं लिया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव, वित्त नियंत्रक, समस्त अधिष्ठातागण, निदेशकगण एवं प्रसार निदेशालय के डॉ0 सतेन्द्र कुमार, डॉ0 मुकेश कुमार, डॉ0 पी0 के0 सिंह, डॉ0 एस0 के0 लोधी, डॉ0 एस0 के0 त्रिपाठी, डॉ0 हरिओम कटियार, श्री वी0 पी0 सिंह एवं अन्य स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।