उत्तर भारत में शरद ऋतु की आमद      Publish Date : 14/10/2025

                    उत्तर भारत में शरद ऋतु की आमद

देश में यूपी-बिहार से लेकर पंजाब तक, शरद ऋतृ का आमद दर्ज होने लगी है और अगले 3 दिन के दौरान ठंड तेजी से बढ़ेगी जबकि कई राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान आईएमडी के द्वारा व्यक्त किया गया है -

उत्तर भारत में शरद ऋतु की ठंडक की दस्तक के साथ तापमान में गिरावट आने का दौर अब शुरू हो गया है, जबकि दक्षिण भारत अभी पोस्ट-मानसून बारिश की चपेट में ही रहेगा। अगले कुछ दिनों में एक ओर जहां उत्तर भारत के लोग हल्की ठंड का आनंद लेंगे, वहीं दक्षिण और पूर्व के कई राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी कर तेज हवाओं से भी सतर्क रहने की एडवाइजरी जारी की गई है।

इस समय देश में मौसम तेजी के साथ बदल रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 3 दिनों में उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। जिससे दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में सुबह-शाम की ठंड बढ़ने लगेगी, जबकि दिन का तापमान भी सामान्य से कुछ कम रहेगा।

                                                      

वहीं, दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना आदि राज्यों में अगले एक हफ्ते तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

उत्तर भारत का हालः दिल्ली-एनसीआर में साफ आसमान, ठंडी हवाएं चलना हुई शुरूः

दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 31-33°C और न्यूनतम 17-19°C दर्ज किया गया है। सम्भावना व्यक्त की गई है कि अगले 3 दिनों में भी तापमान में मामूली गिरावट जारी रहेगी। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली शुष्क हवाओं के कारण सुबह-शाम हल्की ठंड का एहसास बढ़ेगा।

हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी अगले दो दिनों में रात का तापमान सामान्य से 2-3°C कम रहेगा। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान गिरने के साथ ही कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी और कोहरा भी पड़ना शुरू हो सकता है।

दक्षिण भारत में मानसूनी बारिश जारी, केरल-तमिलनाडु में भारी बरसात का अलर्ट

IMD के अनुसार, वर्तमान में एक के बाद एक तीन चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण भारत के ऊपर सक्रिय हैं-

1. एक तंत्र आंध्र प्रदेश तट पर,

2. दूसरा दक्षिण तमिलनाडु और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास और

3. तीसरा दक्षिण असम क्षेत्र में स्थित है।

इनके प्रभाव से अगले 7 दिनों तक केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना है। इसके चलते दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की सम्भावना है।

13-16 अक्टूबरः दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायसीमा और आंध्र तट पर गरज-चमक के साथ वर्षा के होने का अनुमान है।

17-18 अक्टूबरः लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है।

IMD ने मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है कि वह 16 से 18 अक्टूबर तक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में समुद्र में मछली पकड़ने के लिए न जाएं, क्योंकि समुद्र में तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चलने का अनुमान है।

मध्य और पूर्वी भारत में हल्की से मध्यम बारिशः

  • ओडिशा में 13 से 15 अक्टूबर के बीच कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
  • छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में 14 से 16 अक्टूबर के बीच गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
  • झारखंड और पश्चिम बंगाल में मानसून की वापसी के बावजूद हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
  • पश्चिमी भारत में मौसम शुष्क लेकिन बिजली-गर्जन के आसार बने हुए हैं।
  • महाराष्ट्र, गोवा और कोंकण क्षेत्र में 14 से 17 अक्टूबर तक हल्की बारिश के साथ बिजली-गर्जन की स्थिति बन सकती है।
  • मराठवाड़ा में भी 14 से 16 अक्टूबर के बीच आंधी के साथ बौछारों की संभावना व्यक्त की गई है।

किसानों के लिए सलाहः

  • तमिलनाडु और केरल में धान, मूंगफली और अदरक जैसी फसलों को पानी भराव से बचाने के लिए जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
  • कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के किसान कटाई की गई उपज को सुरक्षित करें, काटी गई फसल को ढके हुए स्थान पर रखें।
  • मवेशियों को भारी बारिश के दौरान अंदर रखें और चारे को सूखी जगह पर जमा करें।