सेना के जवानों और अधिकारियों का वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न      Publish Date : 04/10/2025

सेना के जवानों और अधिकारियों का वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

मृदा विज्ञान विभाग, कृषि महाविद्यालय, स0व0प0 कृषि एवं प्रौ0 वि0वि0 मेरठ, द्वारा 21 कार्य दिवसीय वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन तकनीकी विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सेना की विभिन्न कोर के जवानो एवं अधिकारियो के लिये सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 08 सितम्बर से 04 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया गया।

                                                

कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महोदय डॉ0 के0 के0 सिंह, जी ने वर्मीकम्पोस्ट के उत्पादन एवं महत्व पर प्रकाश डाला एवं उन्होने कृषि की भूमिका मे वर्मीकम्पोस्ट के महत्व को बताया। माननीय कुलपति जी ने प्रशिक्षणार्थिर्येा एवं अन्य शिक्षको, वैज्ञानिको को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज के परिवेश में वातावरण को स्वच्छ एवं संतुलित बनाये रखने, उच्च गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न, फल, सब्जियॉ, दूध उत्पादन एवं मृदा की जैविक, रासयनिक एवं भौतिक गुणवत्ता बनाये रखने के लिये वर्मीकम्पोस्ट अति महत्वपूर्ण जैविक खाद है जो पौधौ को संतुलित मात्रा में पोषक तत्वो को उपलब्ध कराती है। इसकी मॉग को देखते हुए इसे व्यवसाय के रुप मे अपनाया जा सकता है।

अधिष्ठाता कृषि डॉ0 विवेक ने माननीय कुलपति जी का स्वागत किया एवं अपने स सम्बोधन में वर्मीकम्पोस्ट के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजकल शहरो में भी सजावटी पौधे एवं किचिन गार्डन के लिये भी इसकी बहुत अधिक मॉग बन चुकी है।

निदेषक प्रसार डॉ0 पी0के0 सिंह ने कहा कि माननीय कुलपति जी मार्ग निर्देशन में एवं रक्षा मंत्रालय के सहयोग से यह कार्यक्रम हमारे आर्मी एवं एयर फोर्स के अधिकारी एवं जवानो के लिये अति महत्वपूर्ण सिद्व होगा। उन्होने कहा कि यदि प्रशिक्षण प्राप्त कर, इस पर आप कार्य प्रारम्भ करते है तो विश्वविद्यालय का यह प्रयास सार्थक होगा और इसके लिये तकनीकी सहयोग हेतु हम आपके सम्पर्क मे रहेगे।

                                                      

डॉ0 एस0 पी0 सिंह, विषय समन्वयक ने विस्तारपूर्वक 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुये बताया कि सात प्रदेशो से आये प्रशिक्षणार्थियों ने इस कार्यक्रम मे प्रतिभाग किया। उन्होने कहा कि इस 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में विषय से समबन्धित 50 व्याख्यान, 10 प्रयोगशालाओ में प्रयोग एवं  बाहय भ्रमण कराये गये।

इस अवसर पर कुलसचिव महोदय डॉ0 रामजी सिंह ने वर्मीकम्पोस्ट पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुये कहा कि पशु, पक्षियो एवं मानव को स्वस्थ बनाये रखने लिये जैविक खादो की महत्वपूर्ण भूमिका है।

मृदा विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ0 यू0पी0 शाही ने प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महोदय डॉ0 के0 के0 सिंह, एवं समस्त अधिकारियो, प्रशिक्षणार्थियों, कर्मचारियो, एवं प्रेस मीडिया का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस आयोजन मे अधिष्ठाता स्नात्कोतर डॉ0 गोपाल सिंह, निदेशक शोध डॉ0 कमल खिलाडी, डॉ0 सतेन्द्र कुमार, डॉ0 योगेश कुमार, डॉ0 नीरज कुमार, एवं कृषि संकाय के विभिन्न विभागो के विभागाध्यक्ष एवं कृषि संकाय के सदस्य गण उपस्थित रहे।