अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया में महिलाओं को प्राथमिकता      Publish Date : 28/08/2025

     अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया में महिलाओं को प्राथमिकता

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में महिला मरीजों को प्राथमिकता प्रदान करने की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी सुझाव दिया है कि अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे मृत अंग दाताओं के निकट सम्बन्धियों को भी प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिए।

                                                    

राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) की ओर से देश के समस्त राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए जारी की गई एडवाइजरी दो अगस्त को भारतीय अंगदान दिवस के अवसर पर जारी की गई थी।

जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि मृत अंग दाताओं का अंतिम संस्कार सम्मान जनक तरीके से किया जाना चाहिए और उनके स्वजनों को 15 अगस्त एवं 26 जनवरी, राज्य के स्थापना दिवस के साथ ही अन्य सार्वजनिक अवसरों पर सम्मानित किया जाना भी सुनिश्चित् करें।

इसके अलावा मृत अंग दाता, अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में शामिल महिला मरीजों को अतिरिक्त अंग प्रदान किए जाने चाहिए, जिससे कि चल रही असमानता को दूर किया जा सके।

जारी की गई इस एडवाइजरी में यह सलाह भी दी गई है-

  • राज्य सड़क दुर्घटना में घायल और मस्तिष्काघात के मरीजों में सम्भावित मृत हुए अ्रंग दाताओं की समय पर पहचान के लिए आपातकालीन सेवाकर्मियों और एंबुलेंस कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया जाए और इसके सम्बन्ध में अस्पताल के अंगदान समन्वयक को सूचित करें।
  • जन जागरूकता को वृद्वि प्रदान करने के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने का सुझाव भी दिया गया है। अंगदान और प्रत्यारोपण के अन्तर्गत अंग प्रत्यारोपण समन्वयक की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए अंग प्रत्यारोपण या अंग निकासी करने वाले अस्पतालों में उनके लिए स्थाई पदों का सृजन किया जाना चाहिए।

अंग प्रत्यारोण अथवा ऊतक बैंकिंग करने वाले अस्पतालों/केन्द्रों के लिए निर्देश जारी किए जाने चाहिए कि वह एनओटीटीओ के द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय रजिस्ट्री के लिए प्रत्येक अंग या ऊतक दाता और प्राप्तकर्ता का डाटा भी उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। इसका अनुपालन नहीं करने की स्थिति में राज्य सम्बन्धित के विरूद्व कार्यवाई करने पर विचार करने के लिए स्वतंत्र हैं।