भारतीय सेवा के जवानों ने कृषि विश्वविद्यालय में कृषि तकनीक नवाचार केंद्र का भ्रमण किया      Publish Date : 10/07/2025

भारतीय सेवा के जवानों ने कृषि विश्वविद्यालय में कृषि तकनीक नवाचार केंद्र का भ्रमण किया

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह के दिशा निर्देशन में एग्रीटेक इन्नोवेशन हब स्थापित किया गया है। इसका उद्घाटन हाल ही में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं जयंत चौधरी प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एवं अनिल कुमार  की उपस्थिति में किया गया था।

भारतीय सेवा के जवान जो एमएसएमई मेरठ में प्रशिक्षण ले रहे हैं, उन्होंने आज कृषि विश्वविद्यालय की नई तकनीक से रूबरू होकर जानकारी हासिल की। विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रोफेसर जयवीर यादव ने बताया की एग्रीटेक इन्नोवेशन हब में आधुनिक सेंसर क्लाउड तकनीकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित प्रणाली से युक्त कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचार के बारे में जानकारी दी।

                                               

उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में भी कई तकनीकों का विकास हो रहा है, जो आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने महाविद्यालय में ड्रोन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों एवं अन्य शोध और प्रसार के कार्यों की जानकारी सैनिकों को दी।

इस अवसर पर बोलते हुए निदेशक ट्रेंनिंग आफ प्लेसमेंट प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने कहा कि कृषि को को विज्ञान एवं तकनीकी से जोड़कर नित नए आविष्कार किया जा रहे हैं। कृषि तकनीक नवाचार केंद्र के माध्यम से शोध एवं विकास को ग्रामीण स्तर तक पहुंचने में आप लोगों की भी अहम भूमिका हो सकती है, इसलिए आप यहां पर ट्रेनिंग लेकर अपना स्टार्टअप प्रारंभ कर सकते हैं और इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं।

                                                 

डॉ पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि लैब में उपस्थित आधुनिक उपकरणों फाइल सेंसर वेदर, सेंसर वर्षा मापक यंत्र और भी वाउचर डिवाइस से किसानों को कम समय में अधिक महत्वपूर्ण जानकारी दी जा सकेगी।

तकनीक महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर खुशबू राय ने बताया कि इस केंद्र के माध्यम से युवाओं को नई तकनीक का प्रशिक्षण मिल सकेगा। इसके उपरांत सैनिकों ने विश्वविद्यालय में चल रही धान की सीधी बुवाई तकनीकी, ड्रैगन फ्रूट, हाई डेंसिटी ऑर्किड फॉर्म, अमरूद उत्पादन की तकनीक तथा औषधि एवं सुगंध गार्डन को भी देखा। सैनिकों के इस दल में भारत के विभिन्न प्रदेशों से आए हुए सैनिक शामिल थे।