
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो और कृषि विश्वविद्यालय के बीच एम ओ यू Publish Date : 16/05/2025
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो और कृषि विश्वविद्यालय के बीच एम ओ यू
“रिमोट सेंसिंग सटिक खेती डाटा आधारित निर्णय में अनुसंधान के क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा डॉ0 के. के. सिंह कुलपति-“
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अनुबंध को सहयोगात्मक अनुसंधान शैक्षणिक इंटरफेस और आउटरीच गतिविधियों के लिए संयुक्त सहयोग क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास अध्ययन करने के उद्देश्य से किया गया है। समझौते पर किसी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर के. के. सिंह तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के डॉक्टर एस. के. श्रीवास्तव, मुख्य महाप्रबंधक द्वारा हस्ताक्षर कर एमओयू किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 के. के. सिंह ने कहा यह समझौता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ-साथ विज्ञानिको एवं छात्रों के लिए काफी लाभकारी सिद्व होगा।
उन्होंने कहा इस अनुबंध से वैज्ञानिक विशेषज्ञ के आदान-प्रदान और अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों व्यवहारिक क्षेत्र प्रदर्शनों और संकाय शोधकर्ताओं छात्रों के लिए विशेष शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के संगठन के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने में भी सहयोग प्राप्त होगा। इस सहयोग के माध्यम से छात्रों शिक्षको और पेशेवरों को आवश्यक कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाना है। कुलपति डॉक्टर के. के. सिंह ने कहा कि अंतरिक्ष आधारित प्रौद्योगिकियों के लाभों को जमीन स्तर पर कृषि समुदायों और हित कारकों तक पहुंचाना कृषि विश्वविद्यालय का उद्देश्य है। कुलपति डॉ0 के. के. सिंह ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य संयुक्त अनुसंधान और अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देना है। साथ मिलकर हमारा लक्ष्य नए उपकरण अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकियों को विकसित करना है, जो हमारे कृषि प्रणालियों को मजबूती प्रदान कर सके।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मुख्य महाप्रबंधक डॉक्टर एस. के. श्रीवास्तव ने कहा कि इस साझेदारी का प्रभाव न केवल हमारी प्रयोगशालाओं और कक्षाओं में महसूस किया जाएगा, बल्कि हमारे किसानों की खेतों में भी महसूस किया जाएगा, जहां यह सबसे ज्यादा मायने रखता है। उन्होंने कहा कि इसरो के पास आज अनुसंधान के क्षेत्र में कई अच्छे शोधकार्य हो रहे हैं। इन सभी शोधों का लाभ कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को मिल सके, इसके लिए आगामी दिनों में कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
कृषि विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रोफेसर रामजी सिंह ने अपने संबोधन में कहा इसरो के साथ समझौते पर हस्ताक्षर होना विज्ञान समाज और स्थिरता की सेवा के लिए दो महान संस्थाओं की ताकत को एक साथ जोड़ने का कार्य हुआ है। निश्चित रूप से इन दोनों संस्थाओं के सहयोग के चलते भविष्य में शोध, शिक्षा एवं प्रसार के कार्य में और अधिक शक्तिशाली सहयोग की शुरुआत हो सकेगी।
कार्यक्रम का संचालन संयुक्त निदेशक शोध डॉ0 गोपाल सिंह तथा धन्यवाद प्रस्ताव निदेशक शोध डॉ0 कमल खिलाड़ी द्वारा दिया गया। इस अवसर पर निदेशक प्रसार डॉक्टर पी. के. सिंह, निदेशक ट्रेंनिंग प्लेसमेंट डॉक्टर आर. एस. सेंगर, डॉ0 आर. कुमार, डॉ0 विजेंद्र सिंह, डॉ0 मुकेश कुमार, डॉ0 जैनिया इमानुएल, डॉ0 जयवीर सिंह, डॉक्टर तरुण कुमार सरकार, डॉ0 डी. के. सिंह, एच. एल. सिंह और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के डॉक्टर समीर सरन, डॉक्टर नीतू, डॉक्टर यू. पी. शाही, डॉक्टर आकाश गोयल आदि लोग मौजूद रहे।