पालतू पशुओं को व्याधियों से बचाना हमारा कर्तव्य होना चाहिए कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह      Publish Date : 27/04/2025

पालतू पशुओं को व्याधियों से बचाना हमारा कर्तव्य होना चाहिए कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह

                                    

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कॉलेज आफ वेटरिनरी साइंस में आयोजित विश्व पशु चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में बोलते हुए कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह ने कहा कि पशु चिकित्सा की आवश्यकता केवल मानव जनित कर्म से ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक कर्म से भी है। पालतू पशु भी अक्सर व्याधियों के शिकार होते हैं और उन्हें भी चिकित्सा की आवश्यकता होती है। इसलिए समय पर बेजुवान पशुओं को चिकित्सा देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बार विश्व पशु चिकित्सा दिवस 2025 की थीम एनिमल हेल्थ टेक्स ए टीम के रूप में मनाया जा रहा है।

कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज के परिवेश में पशु स्वास्थ्य के मामलों में निवास स्थान का संकट, जलवायु परिवर्तन दवाइयां, कीटनाशीं दवाएं एवं पीड़ानाशी दवाइयों इत्यादि के अत्यधिक प्रयोग के अलावा प्राकृतिक कारण जैसी चुनौतियां पशुपालकों के सामने आती है, जिनके कारण इस क्षेत्र में अभी काफी कार्य किए जाने की आवश्यकता है।

                              

कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा पालतू जानवर की देखभाल का एक पहलू यह है, जो अक्सर अनदेखा जाता है और वह नियमित चिकित्सा उपचार और टीकाकरण सुनिश्चित करना बहुत से पालतू जानवरों के मालिक इन प्रबंध उपायों के महत्व को कम समझते हैं। हालांकि नियमित जांच और टीकाकरण उनकी स्वास्थ्य की रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और विभिन्न बीमारियों से उन्हें सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। कुत्ते और बिल्लियों के कल्याण में समर्पित वेटरनरी विशेषज्ञों के रूप में पालतू जानवरों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता वेटरनरी डॉक्टर को देनी चाहिए और समय-समय पर कैंप लगाकर उचित पोषण और उनके देखभाल की जानकारी भी लोगों को देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि पशुपालक समय पर अपने पशुओं की समस्या को पहचान कर इलाज कराएंगे तो पालतू जानवरों के लिए एक लंबे और खुशहाल जीवन को सुनिश्चित करने में वह सफल हो सकते हैं।

इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी गण एवं छात्र-छात्राएं वेटरिनरी कॉलेज के कॉन्फ्रेंस हॉल में उपस्थित रहे।