
सीसीएसयू के द्वारा फल और फूलों के वेस्ट से ऊर्जा का उत्पादन Publish Date : 05/04/2025
सीसीएसयू के द्वारा फल और फूलों के वेस्ट से ऊर्जा का उत्पादन
पर्यावरएा मित्र बिना किसी प्रकार के प्रदूषण के फूलों से रंजकता अर्थात पिगमेंटेशन निकालने की आसान विधिा का विकास-
चौधरी चरएा सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू), मेरठ के द्वारा फल और फलों के माध्यम से सौर ऊर्जा सेल बनाने का एक आसान तरीका ईजाद किया है। सौर ऊजा्र बनाने के इस तरीके का विकास विश्व में पहली बार किया गया है, जिसके अन्तर्गत बिना की प्रकार के प्रदूषण के फूलों और फलों के वेस्ट से रंजकता यानी पिगेंट निकालने में सहायता प्राप्त होगी। इसमें व्याप्त क्रोमोफोर समूह सूर्य की रोशनी से ग्रहण करने के बाद इससे इलेक्ट्रॉन निकलता है। जब इस इलेक्ट्रॉन को सेल तक पहुँचाया जाता है तो इससे सौर ऊर्जा यानी सोलर पॉवर बनती है।
विश्वविद्यालय के रसायन विभाग में किए गए शोध में इस पिगमेंटेशन को फूलों के साथ ही अनार के वेस्ट के वेस्ट पर किया गया गया और इसमें शोधकर्ताओं को सफलता भी प्राप्त हुई है। विश्वविद्यालय के द्वारा इस पद्वति के द्वारा एक सैंपल सोलर सेल को भी तैयार कर लिया गया है। विशेष बात यह है कि इस पद्वति से पिगमेंट डिकम्पोज (सड़ता) भी नहीं होता है। इसके साथ ही यह प्राकृतिक रूप से रंगीन भी होता है। इसका पेटेंट कराने के बाद ही इस विधि को सार्वजनिक किया जाएगा।
प्रोफेसर आर. के. सोनी ने बताया कि उन्होंनें फलों और फूलों के साथ ही प्लास्टिक की सामान्य बोतलों का पिगमेंटेशन भी किया है और इसका उपयोग भी सोलर सेल के बनाने में किया जा रहा है। पिगमेंटेशन की इस प्रक्रिया में सामान्य सफेद बोतलों का ही उपयोग किया गया है। इन बोतलों से निकले पिगमेंट यानी रंगद्रव्य भी रंगीन ही हैं। अब इस प्रक्रिया में खरपतवार के फूलों का सदुपोग कर सोलर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। तैयार किए गए इन सेल्स की उपयोगतिा का पता करने के लिए वर्तमान सोलर सेल की गुणवत्ता के साथ इसका तुलनात्मक अध्ययन भी किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में प्रोफेसर सोनी के साथ फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर बीरपाल भी शामिल हैं। इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट में शोध छात्रा नेहा मित्तल के अलावा एमएससी द्वितीय सेमेस्ट की छात्राएं दिव्यांशी, विभूति और भारती आदि भी शामिल रहीं।
विश्वविद्यालय के तीन विभागों का संयुक्त प्रोजेक्ट है-
सीसीएसयू के द्वारा एएनआरएफ यशनी अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन को अपने विभिन्न विभागों के संयुक्त प्रोजैट्स प्रेषित किए हैं। यह प्रोजैट्स पार्टनर्शिप फॉर एक्सीलेरेटेड इन्नेवेशन एंड रिसर्च के अंतर्गत भेजा गया है। इनमें से एनर्जी टेक्नोलॉजी को फिजिक्स एवं केमिस्ट्री विभाग मिलकर विकसित करेंगे। इसी प्रकार मेडिकल क्षेत्र के प्रोजेक्ट को फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर संजीव शर्मा एवं मेडिकल कॉलेज व फार्मेसी विभाग विकसित करेंगे। वहीं एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी के प्रोजेक्ट को केमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर आर. के. सोनी एवं डॉ0 नाजिया तरन्नुम के साथ मिलकर प्रोफेसर बीरपाल पूरा करेंगे।