अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए गन्ने की ट्राँप्लांटिंग      Publish Date : 12/09/2025

          अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए गन्ने की ट्राँप्लांटिंग

                                                                                                                                                                  प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

गन्ने की ट्रान्सप्लान्ट विधि (गन्ने की ट्रांसप्लांटिंग) से बुवाई करने से प्राप्त होने वाले लाभः

उत्पादन में वृद्धि:

उत्पादन में वृद्धिः गन्ने की बुवाई ट्रान्स प्लान्ट विधि से करने पर गन्ने की उत्पादन में वृद्धि होती है, क्योंकि पौधे की जड़ें पहले से ही विकसित हो चुकी होती हैं।

फसल की गुणवत्ता में सुधारः गन्ने का ट्रान्स प्लान्ट करने से फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है, क्योंकि पौधे को अधिक मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं।

समय और श्रम की बचत

                                                                       

समय की बचतः गन्ने की ट्रान्स प्लान्ट करने से समय की बचत होती है, क्योंकि इस विधि में गन्ने के पौधे को पहले से ही विकसित किया जा चुका होता है।

श्रम की बचतः गन्ने की ट्रान्स प्लान्ट करने से गन्ने में लगने वाले श्रम की बचत होती है, क्योंकि इस विधि में गन्ने के पौधों को पहले से ही विकसित किया जा चुका होता है।

कुछ अन्य लाभः

फसल की सुरक्षाः गन्ने का ट्रान्स प्लान्ट करने से फसल की सुरक्षा सुनिश्चित् होती है, क्योंकि पौधे को पहले से ही विकसित किया जा चुका होता है।

मिट्टी की सुरक्षाः गन्ने का ट्रान्स प्लान्ट करने से मिट्टी की भी सुरक्षा होती है, क्योंकि गन्ने के पौधे की जड़ें मिट्टी को स्थिर बनाए रखती हैं।

पानी की बचतः गन्ने का ट्रान्स प्लान्ट करने से पानी की बचत होती है, क्योंकि पौधे को पहले से ही विकसित किया जा चुका होता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।