
गन्ने की फ़सल की पैदावार बढ़ाने हेतु करने योग्य कृषि-कार्य Publish Date : 05/06/2025
गन्ने की फ़सल की पैदावार बढ़ाने हेतु करने योग्य कृषि-कार्य
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 शालिनी गुप्ता
उर्वरक प्रबन्धन(सभी डोज/एकड की दर से)
- डीएपी 70 किग्रा
- एम ओ पी 40 किग्रा
अथवा
- एस ओ पी 15 किग्रा
- यूरिया 144 किग्रा (4 बराबर भाग मे)
- बुवाई के समय
- डीएपी+एसओपी मिलाना होगा
सभी उर्वरक अधिकतम 30 जून तक प्रयोग करें, उसके बाद नहीं।
- यदि डीएपी के स्थान पर एसएसपी (200 किग्रा.) प्रयोग करें तो इसमें आपको सल्फर, कैल्शियम व बोरोन ज्यादा मिलेगा।
यूरिया 156 किग्रा (चार बराबर बार मे)
- यदि एनपीके (12:32:16) 100 किग्रा/एकड़
एसओपी 10-15 किग्रा
ब्लैक गोल्ड- 1-2 किग्रा
यूरिया 130 किग्रा (चार बराबर भाग मे दूसरी सिचाई उपरांत)
गन्ने की बुवाई के समय निम्न कीटनाशक का प्रयोग करे-
सीरासागी- 150 ग्राम/ एकड 400 लीटर मे घोलकर बीज के ऊपर डर्न्चिग करे।
दूसरी सिंचाई -
कोराजेन/नेटजेन/सीटिजन १५० मिली + इमामैक्टिन १०० मिली/एकड़ 400 लीटर पानी में घोलकर डर्न्चिग करे।
पेडी फसल में यदि पत्तियां छोड़ी है -
फेरटेरा/ नटेरा/विस्तारा/गेटवे 7.5 किग्रा + सागारिका 10 किग्रा/एकड़ प्रयोग करे।
मध्य मई से मध्य जून -
इमिडाक्लोप्रिड 250 मिली/एकड़ 250 लीटर पानी
अप्रैल से जुलाई के मध्य तक कम से कम तीन बार-
Trichoderma २ ली+ गुड २ किग्रा को200 ली पानी मे घोलकर ४८ घंटे छाया में रखे तत्पश्चात सायंकाल मे ड्रेचिग करे तथा साथ ही सिंचाई करे।
जून माह में
टैबुकोनाजोल + सल्फर- 250 मिली /एकड़ 250 लीटर पानी के साथ स्प्रे (पोक्का बोइंग के लिए)।
या
गोडिवा सुपर या टेन्डर २०० से ३०० मिली/एकड़ का छिड़काव करें
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।